घर लौटने के बाद कम नहीं दुश्वारियां, पिछले साल की तरह खड़ी हो सकती समस्या
बगहा। रमेश महतो बीते दो दिन पहले ही दिल्ली से लौटे हैं। दिल्ली की स्थिति को देख चुके रमेश क
बगहा। रमेश महतो बीते दो दिन पहले ही दिल्ली से लौटे हैं। दिल्ली की स्थिति को देख चुके रमेश का कहना है कि यहां भी दुश्वारियां कम नहीं है। हालांकि हम जांच में पूरी तरह स्वस्थ हैं। पर, यहां रोजगार की समस्या दिख रही है। वहीं शमशेर भी महाराष्ट्र के नासिक से लौटा है। कहता है कि आने में किसी तरह की समस्या नहीं हुई है। पर, अभी आगे की परिस्थितियों के बारे में सोचकर परेशान हूं। बता दें कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के दूसरे दौर का स्ट्रेम अपने चरम पर है। इसके चपेट में कई लोग आ चुके हैं। बढ़ते खतरे को लेकर महाराष्ट्र के कई हिस्सों व दिल्ली में लॉकडाउन है। गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी जैसे राज्यों में भी स्थिति काफी बिगड़ रही है। जिसके कारण बीते साल की तरह हालत बनते जा रहे हैं। ट्रेन व बस बंद होने व रोजगार ठप होने के भय से प्रवासी एकबार फिर से दूसरे राज्यों से लौट रहे हैं। हालांकि इसमें कुछ लोग कोरोना से संक्रमित भी मिल रहे हैं। अगर आंकड़ों की बात करें तो, अभी तक 80 से ऊपर प्रवासियों में इसकी पुष्टि हुई है। जिनको उनके घरों में होम क्वारंटाइन में रखा गया है। स्थानीय स्तर पर कोई केंद्र नहीं बनाया गया है। --------------------------------- लापरवाही से हो सकती है स्थिति भयावह ---------------------------- कोरोना का संक्रमण जिस रफ्तार से बढ रहा है। उससे स्वास्थ्य विभाग भी परेशान है। पर, इसके प्रसार की मुख्य वजह लोगों का इसके प्रति लापरवाह होना है। सब्जी मंडी व फल की दुकानों पर उमड़ने वाली भीड़। जिसमें सरकारी गाइडलाइन का पालन नहीं होता है। किसी के पास मास्क नहीं दिखाई देता तो, शारीरिक दूरी की भी धज्जियां उड़ती दिखाई देती हैं। जिसके कारण प्रसार बढ़ना आम है।
इस बारे में प्रभारी थानाध्यक्ष नीतेश कुमार ने बताया कि सब्जी मंडी को कोरोना काल तक के लिए अर्जुन विक्रम शाह स्टेडियम में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। हालांकि भीड़ भाड़ ना हो, साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन हो इसका प्रबंध किया जाता है। इस बारे में समाजसेवी सुशील छापोलिया का कहना है कि लोगों को भी इसका ध्यान रखना चाहिए। एडवोकेट श्याम नारायण पांडेय का कहना है कि आज तक लोगों में इसको लेकर जागरूकता नहीं आई है। ---------------------------------- ट्रेस के लिए कंटेनमेंट जोन में चल रहा है जांच कार्य
--------------------------------- पॉजिटिव केसों के संख्या बढ़ने के साथ ही पहले की तरह इस बार भी कंटेनमेंट जोन में जांच चल रही है। जिससे नए संक्रमितों को ट्रेस किया जा सके। समय से दवा उपलब्ध कराई जा सके। इससे संक्रमण के चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी। आसपास के लोग भी सुरक्षित रहेंगे। बता दें कि स्थानीय पीएचसी में कैंप के माध्यम से लगातार जांच का कार्य हो रहा है। इसके अलावा हरिनगर रेलवे स्टेशन पर भी यह कार्य चल रहा है। ------------------------- चार केंद्रों पर चल रहा टीकाकरण ----------------------- गुरुवार को नगर व प्रखंड के चार केंद्रों पर टीकाकरण का कार्य चल रहा है। जिसमें पीएचसी के अलावा अतिरिक्त प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र बखरी, नवगांवा व खटौरी में लोगों को टीका दिया जा रहा है। जिसके लिए खटौरी में 100, नवगांवा में 80, बखरी में 80 डोज भेजी गई है। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र भूषण ने बताया कि 650 डोज वैक्सीन प्राप्त है। जिसमें से शेष वैक्सीन पीएचसी में लोगों को दी जा रही है। --------------------- लोगों में है उत्साह ---------------------- वैक्सीन लेने के बाद 75 वर्षीय ब्रजकिशोर प्रसाद ने बताया कि यह बहुत जरूरी है। सभी को वैक्सीन अवश्य लेनी चाहिए। इसके बारे में चाहें जितने भ्रम फैलाए जा रहे हैं। पर, यह आसान है। साथ ही किसी तरह का इसका कोई अतिरिक्त प्रभाव भी नहीं दिख रहा है। बताया कि यह सुरक्षित व असरदार है। ------------------- कई बार हो चुका है वैक्सीनेशन का कार्य प्रभावित ------------------- बता दें कि बीते 15 जनवरी से ही टीकाकरण का कार्य चल रहा है। पर, इस क्रम में यह कार्य कई बार प्रभावित हुआ है। इसका मुख्य कारण समय से जिला से वैक्सीन का उपलब्ध नहीं होना बताया गया है। कोरोना के कहर के बीच वैक्सीनेशन का कार्य भी लगातार चल रहा है। जिसमें टीका के अभाव में कई बार इसको रोकना पड़ गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जिस अनुपात में जिला से वैक्सीन की डोज प्राप्त होती है। उसी के अनुसार टीका केंद्रों पर भेजा जाता है।