चार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से बेतिया पहुंचे 3362 प्रवासी
बेतिया। कोरोना संकट में बिहार से बाहर दूसरे प्रांतों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने का सिलसिला अभी भी जारी है।
बेतिया। कोरोना संकट में बिहार से बाहर दूसरे प्रांतों में फंसे प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने का सिलसिला अभी भी जारी है। मंगलवार को राजस्थान, आंध्रप्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र से सैकड़ों प्रवासियों को लेकर स्पेशल रेलगाड़ियां बेतिया पहुंची। इन ट्रेनों से कुल 3362 प्रवासी बेतिया पहुंचे। नेल्लौर (आंध्रप्रदेश) से प्रवासी श्रमिकों को लेकर बेतिया आनेवाली 07222 नंबर की श्रमिक स्पेशल ट्रेन बेतिया पहुंची। इस ट्रेन से आए जिले के प्रवासी श्रमिकों को प्रॉपर स्क्रीनिग करने के साथ ही उनके हाथों एवं सामान को सैनेटाइज किया गया। इसके पश्चात खाना का पैकेट एवं पानी बोतल देकर संबंधित क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया गया। वहीं दूसरी ओर प्रवासी श्रमिकों को सूरत गुजरात से लेकर बेतिया तक आने वाली 09209 नंबर की श्रमिक स्पेशल ट्रेन मंगलवार की रात पहुंची। इस ट्रेने से 1524 प्रवासी बेतिया स्टेशन पर उतरे। सभी प्रवासी श्रमिकों को कतारबद्ध तरीके से फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन कराते हुए स्क्रीनिग की गई। साथ ही श्रमिकों के हाथों तथा उनके सामान को सैनिटाइज भी किया गया। इसके पश्चात खाना का पैकेट, पानी बोतल देकर बस के माध्यम से संबंधित क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया गया। सवाई माधो सिंह (राजस्थान) से मोतिहारी तक जाने वाली 09831 नंबर की श्रमिक स्पेशल ट्रेन देर रात्रि 12.05 बजे बेतिया रेलवे स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन से आये जिले के 15 प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिग की गई। इसके पश्चात खाना का पैकेट, पानी बोतल देकर बस के माध्यम से क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया। वहीं बुधवार को दोपहर पुणे महाराष्ट्र से स्पेशल ट्रेन 01733 बेतिया पहुंची। जिसमें जिले के 964 प्रवासी श्रमिक आये थे। इन सभी श्रमिको को स्क्रीनिग के बाद बसो से उनके संबंधित प्रखंडो में क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया। तीन ट्रेनों की चेन पुलिग कर उतरे 171 प्रवासी पकड़ाए
बुधवार को बेतिया रेलवे स्टेशन से जुड़े गुमटी पर अजीबोगरीब स्थिति बनी रही। आज सुबह से इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों को चेन पुलिग कर 171 प्रवासी उतर गए। लेकिन उनके द्वारा की गई इस हरकत की सूचना ज्योंहि पुलिस प्रशासन को मिली, उन्हे फौरन पकड़ लिया गया और उनकी जांच कर संबंधित प्रखंड के क्वारंटाइन में भेज दिया गया। जिन ट्रेनों को चेन पुलिग कर प्रवासी श्रमिक उतरे उनमें तमिलनाडू से हाजीपुर, दादरी से मोतिहारी एवं एक अन्य ट्रेन शामिल रहे। दरअसल इन ट्रेनों का ठहराव बेतिया रेलवे स्टेशन नहीं था। जबकि संबंधित प्रवासी श्रमिक पश्चिम चंपारण जिले के ही थे।