बिहार में झोलाछाप चिकित्सक ने चार महिलाओं के गर्भाशय निकाले, अवैध क्लीनिक सील
Bihar Crime पश्चिम चंपारण में एक बार फिर से महिलाओं का गर्भाशय निकालने का मामला उजागर हुआ है। झोलाछाप डॉक्टर व संचालक फरार भवन मालिक पर भी होगी कारवाई। एक-एक महिलाओं से दस व बारह रुपये भी लिए हैं।
बगहा (पचं), जासं। नीम हकीम खतरा-ए-जान। इस कहावत को इस बार सही सिद्ध कर रहा है बिहार में पश्चिम चंपारण जिला अंतर्गत भैरोगंज का झोलाछाप डाक्टर। चार महिलाओं का गर्भाशय निकालने के बाद वह सहकर्मी के साथ फरार हो चुका है। पुलिस-प्रशासन ने उसकी अवैध क्लीनिक को सील तो कर दिया है, लेकिन इसी जिला में रामनगर के बाद भैरोगंज में इस तरह का कांड व्यवस्था की कोताही को उजागर कर देता है।
पेट में दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी महिलाएं
भैरोगंज बाजार में इस अवैध क्लीनिक का संचालन हो रहा था। शनिवार शाम वहां छापेमारी हुई तो पांच महिलाएं भर्ती मिलीं। उनमें से चार पेट में दर्द और गैस की शिकायत लेकर पहुंची थीं। क्लीनिक में भर्ती कर एक-दो दिन के भीतर उनका गर्भाशय निकाल दिया गया। एक महिला का प्रसव के लिए आपरेशन हुआ है। बगहा-एक पीएचसी के प्रभारी डा. एसएन महतो ने बताया कि सभी महिलाओं को बगहा स्थित अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। अनुमंडलीय अस्पताल के डा. विजय कुमार के अनुसार, जिन महिलाओं का गर्भाशय निकाला गया है, उन्हें बेतहर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और वे सभी खतरे से बाहर हैं।
नड्डा निवासी जोखू मुशहर पत्नी पूनम देवी (30), नड्डा निवासी मोहन बीन की पत्नी रंजू देवी (30), जुड़ा पकड़ी निवासी कृष्णनंदन राउत की पत्नी सुमन देवी (39) और जुड़ा पकड़ी निवासी अनिल चौधरी की पत्नी शोभा देवी (30) का गर्भाशय निकाला गया है। शिकायत है कि झोलाछाप चिकित्सक ने उन सभी से 10 से 12 हजार रुपये भी ऐंठ लिए। सेमरा थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी उपेंद्र यादव की 32 वर्षीया पत्नी सोनी देवी की सीजेरियन डिलीवरी कराई गई है।
अवैध क्लीनिक पर न तो कोई बोर्ड लटका था और न ही डाक्टर के नाम-पता का उल्लेख था। छापेमारी की भनक लगते ही भैरोगंज बाजार में अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे जांच घर के साथ दवा आदि की दुकानें बंद कर संचालक निकल लिए। झोलाछाप चिकित्सक तोनवा त्रिभौनी का निवासी बताया जा रहा। भैरोगंज थाना क्षेत्र के नड्डा निवासी व्यक्ति के घर में वह अवैध क्लीनिक चला रहा था। वहां से आपरेशन करने वाले उपकरणों के साथ दवा, चौकी आदिक मिले हैं। अज्ञात संचालक व मकान मालिक के विरुद्ध भैरोगंज थाना में प्राथमिकी हुई है। एसडीएम डा. अनुपमा सिंह का कहना है कि दोषियों को चिह्नित कर दंडित किया जाएगा।
रामनगर में दो अवैध क्लीनिक पर हुई थी छापेमारी
पश्चिम चंपारण जिला में ही रामनगर शहर के दुर्गा नगर में ओम साईं नामक अवैध क्लीनिक पर में भी इस वर्ष सात नवंबर को छापेमारी हुई थी। वहां 11 महिलाएं भर्ती मिलीं। उनमें से सात के गर्भाशय निकाल लिए गए थे। क्लीनिक के संचालक, चिकित्सक समेत चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी हुई थी। उसके एक दिन के बाद ही आर्य नगर मोहल्ले में अमायरा नर्सिंग होम को भी सील किया गया था। वहां भी दो मरीज मिले थे। दो लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी हुई थी। सिविल सर्जन वीरेंद्र चौधरी के अनुसार रामनगर मामले की अभी जांच चल रही है।