करोड़ों की लागत से जलमीनार बनकर तैयार, शुद्ध पेयजल नहीं
बगहा। नगर परिषद क्षेत्र के सवा लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकार ने तीन जलमीनार का
बगहा। नगर परिषद क्षेत्र के सवा लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए सरकार ने तीन जलमीनार का निर्माण करोड़ों की लागत से कराया है। निर्माण के बाद विभाग द्वारा एकरार का समय भी समाप्त हो गया है। इसके बावजूद अब तक नगर के लोगों को शुद्ध पेय जल मयस्सर नहीं है। ऐसे में नगर की आबादी आज भी अपने अपने निजी चापाकल के सहारे अपनी अपनी प्यास बुझा रही है। दूसरी ओर सरकार द्वारा जोर शोर से नल जल योजना पर काम करा रही है। नगर के साथ बगहा एक प्रखंड के कोल्हुआ चौतरवा गांव में तीन चार साल पूर्व पीएचडी विभाग के देख रेख में डेढ़ करोड़ की लागत से जलमीनार का निर्माण किया गया है। निर्माण के उपरांत इससे गंदा पानी लोगों को मिल रहा है। इसकी जांच विगत माह पटना से आई उड़नदस्ता के अभियंता ने आकर की है। अब तक संवेदक या अभियंता पर कार्रवाई होना शेष है। निर्माण के बाद भी शुद्ध पेयजल के लिए लोग तरस रहें है। जल मीनारों से शुद्ध पेयजल नहीं मिलने से नगर सहित क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश है।
-------------------------------------------------
नगर में तीन जगह बन चूका है जल मीनार :-
नगर के अनुमंडलीय अस्पताल, बगहा दो प्रखंड परिसर के साथ ही नरईपुर में जलपर्षद द्वारा तीन जलमीनार का निर्माण कराया गया है। निर्माण के बाद नवबंर 2018 तक नगर में जलापूर्ति करने की तिथि निर्धारित थी। लेकिन निर्माणकर्ता के लापरवाही के कारण सड़क से सटे ही सभी पाइप जलापूर्ति के बिछा दिया गया था। अब एनएच 727 का निर्माण आरंभ होने के बाद पाइप को दोबारा निकालते हुए दोबारा डालने का काम किया गया है। ऐसे मे समय से जल मीनार निर्माण के बाद भी जलापूर्ति आरंभ नहीं हो पाई है।
---------------------------------------------
कहते है नगर के लोग :-
समाजसेवी सह पैक्स अध्यक्ष हरनाटांड बगहा निवासी विष्णुप्रकाश गुप्ता कहते है। सरकार लोगों के स्वास्थ्य को निरोग रखने के लिए करोड़ों की लागत से जलमीनार का निर्माण करा रही है। विभाग और संवेदक के लापरवाही से समय सीमा समाप्त होने के बाद भी शुद्ध पेयजल नहीं मिलने से यह योजना दम तोड़ रही है। समय से काम पूरा नहीं करने पर कार्रवाई होनी चाहिए ।
पूर्व वार्ड पार्षद सह जदयू नेता विनोद कुशवाहा ने कहा कि शुद्ध पेयजल नहीं मिलने से लोग बीमार हो रहें है। सरकार द्वारा लाखों लाख की राशि खर्च करने के बाद भी नगर के लोगों को पानी नहीं मिलना दु:खद है। इसकी जांच करते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।
कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार रजक ने कहा कि स़ड़क चौड़ीकरण के कारण संवेदक द्वारा पाइप को दोबारा उखाड़ना पड़ा है। इस कारण काम में विलंब हुआ है। विभाग को समय से अविलंब जलापूर्ति करने के लिए कहा गया है।
उप सभापति जितेंद्र कुमार राव ने कहा कि समय समाप्त होने के बाद भी अब तक नगर के तीन जल मीनारों से शुद्ध पेयजल नगरवासियों को उपलब्ध नहीं हो रहा है। इसके लिए जल पार्षद पटना से नगर प्रबंधन द्वारा पत्राचार किया गया है। विलंब से काम होने को लेकर कार्रवाई करने की बात लिखी गई है। इन तीन जलमीनारें के साथ ही दो जलमीनार का निर्माण काम नगर थाना और बगहा एक प्रखंड परिसर में किया जा रहा है। शीघ्र ही नगरवासियों को शुद्ध पेयजल मुहैया होगा।
---------------------------------------
बयान :-
नगर परिषद क्षेत्र में तीन जलमीनार का निर्माण काम पूरा हो चूका है। पाइप लाइन की साफ सफाई के साथ कनेक्शन का काम किया जा रहा है। इस माह के अंत तक तीनों जलमिनारों से जलापूर्ति का काम आरंभ कर दिया जायेगा। इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है।
श्याम सुंदर, कार्यपालक अभियंता