मदनपुर वन क्षेत्र में चरवाहों ने लगाई थी आग
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मदनपुर वन क्षेत्र में सोमवार को लगी आग में क्षति के बाद वन महकमे ने जांच शुरू कर दी है।
पश्चिमी चंपारण। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मदनपुर वन क्षेत्र में सोमवार को लगी आग में क्षति के बाद वन महकमे ने जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि दियारावर्ती क्षेत्र के चरवाहों ने खर-पतवार को जलाने के उद्देश्य से आग लगाई। हर साल चरवाहे इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं। हालांकि, वन विभाग यह दावा कर रहा था कि फायर लाइन निर्धारित होने के बाद अगलगी की घटनाओं में कमी आएगी। लेकिन, इस घटना ने एक बार फिर से व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन प्रमंडल संख्या-दो के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि चरवाहों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई होगी। हालांकि इस घटना में सिर्फ छोटी झाड़ियां ही जली हैं। कोई भी वन्य जीव अगलगी की घटना का शिकार नहीं हुआ। कहा कि नई घास उगे और मवेशियों को पर्याप्त चारा मिले, इसके लिए चरवाहे जंगल में आग लगा देते हैं। वन कर्मियों को सतर्क कर दिया गया है। जंगल में घुसने वाले चरवाहों को चिन्हित कर कार्रवाई होगी। नियमित रूप से वन गश्ती का आदेश सभी कर्मियों को दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अबतक इसी वन क्षेत्र में तीन बार आग लग चुकी है। हर बार चरवाहों की शरारत से ही आग लगी।