नप की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण
नगर परिषद की ओर से न्यायालय के पिछले भाग में अतिक्रमण कर बनाए गए पक्का निर्माण को गुरुवार को तोड़ दिया गया।
बेतिया। नगर परिषद की ओर से न्यायालय के पिछले भाग में अतिक्रमण कर बनाए गए पक्का निर्माण को गुरुवार को तोड़ दिया गया। अतिक्रमणकारी पर कार्रवाई के दौरान स्वयं सभापति गरिमा देवी सिकारिया, नप ईओ मनोज कुमार पवन, सीटी मैनेजर मोजिबुल हसन, जेई सुजय सुमन सहित दर्जनों नप कर्मी मौजूद रहे। सभापति ने बताया कि यह कार्रवाई जिला सत्र न्यायाधीश के आदेश के आलोक में की गई है। यहां बता दें कि वर्षों से नगर परिषद की जमीन पर हुए पक्का निर्माण पर गुरुवार को आखिरकार नगर परिषद प्रशासन का बुलडोजर चला व पक्का निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। नगर परिषद प्रशासन यह कार्रवाई व्यवहार न्यायालय परिसर के ठीक पीछे प्रेस क्लब भवन के समीप की है। हालांकि अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमणकारी त्रिवेणी शर्मा द्वारा कई दलील दी गयी। लेकिन अतिक्रमण हटाने गए नप के अधिकारियों के आगे उनकी कोई दलील काम नहीं आयी। आखिरकार पक्का निर्माण को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया। सभापति गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि उक्त जमीन नगर परिषद की है। त्रिवेणी शर्मा ने अवैध रुप से अतिक्रमण कर उस पर पक्का निर्माण कराया था। त्रिवेणी शर्मा के पक्का निर्माण कराये जाने के कारण व्यवहार न्यायालय परिसर में जल की निकासी नहीं होती थी। जिसके कारण हमेशा न्यायालय परिसर में जल जमाव की समस्या बनी रहती थी। जिसको लेकर जिला जज की ओर से भी कई बार जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए निर्देश भी दिया था। सभापति ने बताया कि अवैध पक्का निर्माण हटाने के बाद न्यायालय परिसर से मुख्य नाले में पक्का नाले का निर्माण कराया जाएगा। इसको लेकर कवायद भी तेज कर दी गयी है। ताकि व्यवहार न्यायालय परिसर को जलजमाव की समस्या से निजात दिलाया जा सके। अतिक्रमण हटाने के दौरान सभापति गरिमा सिकारिया खुद थी। इसके अलावे नप ईओ मनोज कुमार पवन, जेई सुजय सुमन, प्रधान सहायक रमण कुमार, अमीन मोजिबुल, अमित कुमार, रमन कुमार, जुलीम साह सहित अन्य नप कर्मी मौजूद रहे।