Move to Jagran APP

कर्नाटक से आए हाथियों को वीटीआर में लग रही सर्दी

बगहा। वाल्मीकिनगर, गर्मी और बरसात का मौसम झेलने के बाद कर्नाटक से आए हाथियों को वीटीआर की सर्दी के मौसम में ढालने का प्रयास किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 09:31 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 09:31 PM (IST)
कर्नाटक से आए हाथियों को वीटीआर में लग रही सर्दी
कर्नाटक से आए हाथियों को वीटीआर में लग रही सर्दी

बगहा। वाल्मीकिनगर, गर्मी और बरसात का मौसम झेलने के बाद कर्नाटक से आए हाथियों को वीटीआर की सर्दी के मौसम में ढालने का प्रयास किया जा रहा है। वीटीआर में कर्नाटक की अपेक्षा सर्दी ज्यादा पड़ती है। इसके चलते वीटीआर प्रशासन ने इन हाथियों के ठंड के प्रभाव से बचाने के लिए हाथियों की सेहत और बचाव के खास इंतजाम किए हैं। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के लिए कर्नाटक से चार हाथी लाए गए थे। यह हाथी वीटीआर की गर्मी और बरसात का मौसम झेल चुके हैं और उनके लिए सर्दी का यह पहला मौसम है। कर्नाटक राज्य में न्यूनतम तापमान 12 से 13 डिग्री सेल्सियस है, जबकि वीटीआर का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। मौसम के बदलाव के साथ आम प्राणी अपने को ढाल लेते हैं। इन हाथियों को यहां पहली बार इतनी ठंड का सामना करना पड़ रहा है । इसे देखते हुए वीटीआर प्रशासन के द्वारा विशेष इन्तजाम किये जा रहे हैं ।

loksabha election banner

--------------------------------------------------------------------

हाथियों की नियमित हो रही स्वास्थ्य जांच

कालेश्वर स्थित हाथी शाला में मौसम के बदलाव का हाथियों की सेहत पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर पशु चिकित्सक लगातार नजर रखे हुए हैं। सर्दियों के मौसम की शुरूआत होते ही इन हाथियों की नियमित जांच की जा रही है। चिकित्सक और वीटीआर प्रशासन का कहना है कि सभी प्राणियों का शरीर मौसम के अनुसार अपने को ढाल लेता है। हाथी एक विशालकाय जानवर है। इसमें प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। यह अन्य प्राणियों की अपेक्षा हर मौसम में आसानी से ढल जाते हैं। फिर भी वीटीआर प्रशासन ने इनको ठंड से बचाव के लिए पूरे इंतजाम किए हैं।

--------------------------------------------

धूप में घूमाएं और गन्ना खिलाएं कर्नाटक से आए हाथियों पर वाल्मीकि नगर की सर्दी भारी पड़ रही है। दक्षिण भारत के माहौल में रचे बसे हाथियों को यहां की सर्दी बहुत सता रही है। हालांकि, उनकी हालत को देखते हुए वीटीआर प्रशासन ने हाथियों की खास तरह से देखभाल व उनके रखरखाव का आदेश जारी किया है।

कर्नाटक से वीटीआर में 09 महीने पहले 04 हाथी आए थे। उनको कालेश्वर स्थित हाथी शाला में रखा गया है। बाहर से आए इन हाथियों की खातिरदारी में वीटीआर प्रशासन लगातार लगा हुआ है। वीटीआर प्रशासन के द्वारा समय-समय पर इनका चेकअप कराया जाता है । साथ ही उनकी सेहत का भी ख्याल रखा जा रहा है । लेकिन सर्दी का मौसम हाथियों के लिए परेशानी का सबब बनने लगा है।

दरअसल, ये हाथी दक्षिण भारत में पैदा हुए हैं। वहां गर्मी का मौसम ज्यादा रहता है। जबकि वाल्मीकि नगर में बारिश और कड़ाके की ठंड पड़ती है और इन हाथियों के लिये वाल्मीकि नगर की यह पहली सर्दी है। यह सर्दी इन हाथियों को इन बीमार कर सकती है। इस मामले में वीटीआर प्रशासन का कहना है कि हमें हाथियों की सेहत का पूरा ख्याल है। सर्दियों में धूप निकलने पर ही बाहर निकाला जा रहा हैं। साथ ही उन्हें गन्ना भी खिलाया जा रहा है। इसी के साथ उनके रहने के लिये भी बेहतर इंतजाम किये जा रहे है। साथ ही उन्होंने महावतों को सख्त निदेश दिये है कि हाथियों को खुले में बिल्कुल भी न रखा जाए। ------------------------------------------------------

इनसेट बयान :

कर्नाटक से लाए गए हाथियों को ठंड से बचाव के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इनके पौष्टिक भोजन और सेहत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वीटीआर के पशु चिकित्सक हाथियों के सेहत की नियमित जांच कर रहे है।

-- अजय शंकर सिन्हा, रेंजर, वाल्मीकिनगर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.