दिसंबर तक ओडीएफ हो जाएगा बगहा अनुमंडल का प्रत्येक गांव
बगहा। वर्ष 2016 में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत पिपरासी प्रखंड को सूबे का पहला ओडीएफ (खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त) प्रखंड होने का गौरव प्राप्त हुआ।
बगहा। वर्ष 2016 में संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत पिपरासी प्रखंड को सूबे का पहला ओडीएफ (खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्त) प्रखंड होने का गौरव प्राप्त हुआ। इस प्रखंड की सभी पंचायतों में घर-घर शौचालय बनकर तैयार हुए। तब यह लगा कि जल्द ही बगहा अनुमंडल भी इस कुप्रथा से मुक्ति पा लेगा। लेकिन इसके बाद शौचालय निर्माण की रफ्तार धीमी पड़ गई। बीते दो वर्षो में अनुमंडल के किसी अन्य प्रखंड को ओडीएफ घोषित नहीं किया जा सका। कभी बालू की किल्लत तो कभी प्रोत्साहन राशि के भुगतान में पेच ने रोड़ा अटकाया। वर्तमान स्थिति पर गौर करें तो मधुबनी और भितहां प्रखंडों में शौचालय निर्माण की गति सबसे अधिक है। इसके अलावा रामनगर, बगहा एक और बगहा दो प्रखंडों में अभी लक्ष्य की अपेक्षा 40 औसतन फीसदी घरों में ही शौचालय बन सके हैं। अब एसडीएम घनश्याम मीना ने दिसंबर महीने तक अनुमंडल को ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अर्थात अगले डेढ़ महीने में प्रशासन का संपूर्ण फोकस शौचालय निर्माण पर होगा। एसडीएम ने सभी अधिकारियों को अपेडट किया है और जन प्रतिनिधियों को भी इस अभियान में बढ़चढ़ कर सहभागिता दर्ज कराने की अपील की है। ताकि निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया जा सके। बीडीओ की तय की गई जवाबदेही :-
शौचालयों के निर्माण के साथ ही लाभुक को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 12 हजार रुपये का भुगतान का प्रावधान है। लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण सैकड़ों लाभुकों का भुगतान अटका हुआ है। एसडीएम ने इसे गंभीरता से लिया है। सभी बीडीओ को यह जवाबदेही सौंपी गई है कि वे अपनी देखरेख में शौचालय निर्माण के बाद जीयो टै¨गग कराए और ससमय भुगतान सुनिश्चित करें। ताकि लोगों में जागरूकता आ सके। बीडीओ की देखरेख में गांवों में मार्निंग फालोअप और रात्रि चौपाल का आयोजन भी किया जाएगा। स्कूली बच्चे प्रभातफेरी और जागरूकता रैली निकालकर लोगों को शौचालय निर्माण के लिए जागरूक करेंगे। प्रखंड स्तरीय अन्य अधिकारियों को भी अभियान को सफल बनाने में सहयोग का निर्देश दिया गया है।
दिसंबर महीने तक अनुमंडल को ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। त्योहारी सीजन समाप्त हो जाने के बाद अब प्रशासनिक महकमे का संपूर्ण फोकस शौचालय निर्माण पर है। अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई है।
घनश्याम मीना, एसडीएम बगहा।