खुलता नहीं रैन बसेरा, गेट पर लगती पान की दुकान
बेतिया। नगर परिषद की ओर से शहर में दो जगहों पर रैन बसेरा बनाए गए हैं। स्टेशन चौक पर वर्षों पूर्व से रैन बसेरा स्थापित है, जो अक्सर बंद रहता है।
बेतिया। नगर परिषद की ओर से शहर में दो जगहों पर रैन बसेरा बनाए गए हैं। स्टेशन चौक पर वर्षों पूर्व से रैन बसेरा स्थापित है, जो अक्सर बंद रहता है। वहीं बस स्टैंड में करीब एक करोड़ की लागत से हाल में ही तीन मंजिला रेन बसेरा बनाया गया है। रैन बसेरा के निर्माण से राहगीर व आम लोगों को राहत जरूर मिल रही है। यहां राहगीर घने कोहरा और रात्रि में सुरक्षा की ²ष्टिकोण से दूरदराज जाने वाले लोगों को रात्रि में ठहरने का सस्ता और सुलभ सुविधा रैन बसेरा है। नगर प्रशासन का उद्देश्य भी यही है। लेकिन, इन दिनों नगर परिषद अपने उद्देश्य से भटक गई है। इधर, कई दिनों से कड़ाके की ठंड की धमक भी जिले में पहुंच गई है। शाम होते ही कोहरा छाने लग रहा है। ट्रेनों की परिचालन का समय भी कोहरे के चलते अस्त व्यस्त होना लाजिमी है। ऐसे में दूरदराज से आने वाले लोगों के लिए देर रात घर जाना या प्लेटफार्म पर सोना खतरे से खाली नहीं है। नगर परिषद की ओर से स्टेशन चौक पर बनाया गया रैन बसेरा हमेशा बंद रहा है। बस स्टैंड पर नवनिर्मित रैन बसेरा अभी व्यवस्था की दंश झेल रहा है। हालत यह है कि इस ओर नगर परिषद की तंद्रा भंग होने का नाम नहीं ले रहा है। स्टेशन चौक के रैन बसेरा के दरवाजे पर पान की दुकान संचालित हो रही है। यहां अतिक्रमण से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब सवाल यह है कि नगर परिषद की तंद्रा भंग करने का लोग कौन सी जुगत अपनाए। इस संदर्भ में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार पवन ने बताया कि नगर परिषद की ओर से दोनों रैन बसेरा की व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी गई है। जल्द ही रात्रि सेवा के लिए रैन बसेरा को बहाल कर दिया जाएगा। तत्काल में परीक्षा को देखते हुए दोनों रैन बसेरा खोला जा रहा है। परीक्षार्थियों को रहने की सुविधा दी जा रही है।