तांत्रिक के चक्कर में तीन दिन तक पड़ी रही युवती की लाश, जानिए पूरा मामला
पेट दर्द की वजह से युवती की मौत हो गई थी। लेकिन मौत के बाद भी परिजन तांत्रिक के कहने पर लड़की के जिंदा होने की उम्मीद लगाये रहे। तीन दिन बाद शव को दफन किया गया।
पश्चिमी चंपारण [जेएनएन]। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के नरकटियागंज के शिकारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत अंबेडकरनगर में अंधविश्वास का एक मामला सामने आया है। यहां महावीर राम की बेटी आरती कुमारी की तबीयत खराब थी। उसकी पीठ और पेट में तेज दर्द था।
गुरुवार को उसकी मां ने किसी दुकान से दवा लाकर दे दी। फिर भी उसे राहत नहीं मिली। इसके बाद परिजन इसे भूत-पिशाच का प्रकोप मानकर तांत्रिक के चक्कर में पड़ गए। इसके लिए उन्होंने बलथर के समीप बेहरा गांव के किसी तांत्रिक से संपर्क किया। उसने आरती के शरीर पर भूत-प्रेत होने की बात बता कर परिजन को कुछ सामग्री खरीदने का सुझाव दिया और शुक्रवार को उसे लेकर आने की बात कही।
इसके बाद आरती की मां अपने घर आ गई। इस बीच रात में आरती की बेचैनी बढऩे लगी और उसने अपने घर पर ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके, उसकी मां तांत्रिक के सहारे उसके जिंदा हो जाने की आस लगाए लाश को घर में रखे रही। पुन: जब तांत्रिक से संपर्क किया तो वह नहीं पहुंचा और इस तरह तीन दिनों तक आरती की लाश घर में ही पड़ी रही।
जब दुर्गंध से पड़ोस के लोगों को परेशानी होने लगी तो वे आक्रोशित हो गए। लोगों के दबाव पर दाह संस्कार करने के बजाय आरती को शनिवार को आनन-फानन में दफन कर दिया गया।