बाढ़ से क्षति, मुआवजे की मांग
सिकरहना नदी की बाढ़ ने क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की आर्थिक कमर तोड़ दी है। बाढ़ के पानी में करीब 10 दिनों तक फसल डूबी रही।
बगहा। सिकरहना नदी की बाढ़ ने क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की आर्थिक कमर तोड़ दी है। बाढ़ के पानी में करीब 10 दिनों तक फसल डूबी रही। इससे फसलों का काफी क्षति पहुंची है। ग्रामीण किसानों की स्थिति यह है कि धान की फसल ही उनके भोजन के मुख्य साधन हैं। वैसे दशक पूर्व से गन्ना के फसल की खेती में कई गुना इजाफा हुआ है। जो क्षेत्र की नकदी फसल है। बावजूद आज भी धान की फसल ही हर किसान के लिए अनिवार्य है। क्षेत्र के कौलाची, सिक्टौर, हरदीनदवा, जमुनिया आदि गांव के समीप के सरेहों देखी जा रही है। किसान फौदार यादव, विजय मिश्र, रामचंद्र यादव, भगत यादव, नरसिंह चौधरी, बैरिस्टर मिश्र, लालजी तिवारी, राजन शुक्ल, लक्ष्मण राम, बाबू जान अंसारी आदि ने सरकार से अविलंब बर्बाद फसल की जांच कर उसका मुआवजा दिलाने की मांग की है।