महाष्टमी के दिन जुटी मंदिरों में भीड़, लगे माता के जयकारे
बगहा। बुधवार को महाष्टमी पर तमाम देवी मंदिरों में हजारों की संख्या में लोग जुटे। माता के जयकारे से जहां पूरा देवालय गुंज उठा।
बगहा। बुधवार को महाष्टमी पर तमाम देवी मंदिरों में हजारों की संख्या में लोग जुटे। माता के जयकारे से जहां पूरा देवालय गुंज उठा। वहीं दर्शन व पूजा करने वाले श्रद्धालु की आस्था पर शारीरिक दूरी, मास्क व कोविड संक्रमण बेअसर रहा। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवतियां व महिलाओं का झुंड सुबह से ही पूजन सामग्री की थाल व फुलडाली लेकर मंदिरों व पंडालों की ओर निकल पड़ी। माता के जयकारे के साथ मंत्रोच्चरण व जय मात की उद्घोष से पूरा वातावरण भक्ति लय से गुंजायमान हो गया। प्रसिद्ध व ऐतिहासिक मंदिरों में मदनपुर, नरदेवी, चंडी स्थान, बगहा एक कालीस्थान, सहित तमाम मंदिरों में देर शाम तक लोगों के आने का सिलसिला जारी रहा। वहीं शाम होते ही कई श्रद्धालु निशा पूजा की भी तैयारी में जुट गए। सबसे अधिक भीड़ मदनपुर व नरदेवी में देखा गया। सीमा खुलने का असर यह हुआ कि नेपाली श्रद्धालु जो पिछले वर्ष भी माता की पूजा से वंचित रह गए थे इस बार अपनी कसर पूरी कर ली। वहीं पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के खड्डा, पनियहवा, छितौनी, सिसवां बाजार, नेबुआ नौरंगिया, तमकुही, दुधहीं आदि जगहों से हजारों की संख्या में लोग दर्शन व पूजन को पहुंचे। मदनपुर स्थान पर पडरौना निवासी विजय कुमार छापोलिया ने बताया कि सरकार के निर्देश के अनुसार कोविड को देखते हुए उत्तम व्यवस्था के तहत पूजा करने का प्रबंध किया गया है। वहीं नवलपरासी से नरदेवी दर्शन को पहुंचे रागनी पौडेल, चंदन कुमार, चांदनी आचार्य, भरत कुमार, खिमानंद आर्याल आदि ने बताया कि विगत वर्ष शारदीय व वासंतिक नवरात्रि में सीमा बंद रहने के कारण हमलोग माता के दर्शन पूजन से वंचित हो गए थे। माता की कृपा से इस बार यहां आने की अनुमति मिल गई और पूजा करने का सौभाग्य मिल गया।