जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए खुलेगा काउंटर
शनिवार को जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के द्वारा मधुबनी पीएचसी दहवा का निरीक्षण किया गया।
बगहा। शनिवार को जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के द्वारा मधुबनी पीएचसी दहवा का निरीक्षण किया गया। इस दौरान संख्याकी पदाधिकारी ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुधांशु कुमार वर्मा एवं हेल्थ मैनेजर बिपिन बिहारी को कई दिशा निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि पीएचसी दहवा में होने वाले जन्म एवं मृत्यु का विवरण हर हाल में ऑनलाइन के माध्यम से सरकार को उपलब्ध कराएं । भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक पीएचसी से मृत्यु एवं जन्म दर का विवरण मांगा जा रहा है ।आप लोगों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है । पीएचसी में प्रतिमाह होने वाले प्रसव कार्य एवं जन्म लेने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र अवश्य बनाएं । उसका विवरण बिहार सरकार को भेजें। अस्पताल में कितने लोगों की मृत्यु किस बीमारी से होती है। इसका भी आंकड़ा रखें और जिस बीमारी से जितने लोगों की मृत्यु होती है। उसका आंकड़ा सरकार को उपलब्ध कराएं ।ताकि उक्त बीमारी के लिए एक विशेष अस्पताल का निर्माण उक्त पीएचसी में कराया जाए जहां लोगों की मृत्यु होती है। जिस बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है अगर वह खो जाता है। तो दूसरे प्रमाण पत्र बनाने के लिए बच्चे के माता-पिता से पांच रुपये शुल्क लेना है। लेकिन उन्हें जन्म प्रमाण पत्र अवश्य निर्गत करने की जरूरत है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र की आवेदन लेने के लिए अलग से एक केंद्र का निर्माण करें ।जहां जन्म देने वाले माताएं अपने बच्चों के प्रमाण पत्र के लिए एवं मृत्यु होने वाले लोग मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सके।ताकि उन्हें आसानी से प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने हेल्थ मैनेजर बिहारी से कहा कि इस कार्य में तेजी लाने के लिए विशेष व्यवस्था करें एवं लोगों द्वारा आवेदन के तिथि के लिए एक पत्र निर्गत करे। ताकि उस दिन से लाभुक जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को विशेष अभियान के तहत चलाने की जरूरत है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया जा सके। उपस्थित लोगों में हेल्थ मैनेजर बिपिन बिहारी दंत चिकित्सक अंशुमान पांडे डाटा ऑपरेटर रियाज अहमद सहित कई अन्य कर्मी शामिल रहे।