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Bihar News: बगहा के भैराेगंज में बाइक चोरी का केस दर्ज कराने गए पीड़ित को सिपाही ने पीटा

Bihar डीजीपी ने स्पष्ट आदेश है कि थाने पर आने वाले सभी फरियादियों की समस्या को सुना जाए और उसका समाधान भी किया जाए। उसके बाद भी भैरोगंज थाने में पीड़ित के साथ इस तरह की घटना हुई।

By Rajesh Kumar BaithaEdited By: Mohammad SameerPublished: Sun, 07 May 2023 07:47 PM (IST)Updated: Sun, 07 May 2023 07:47 PM (IST)
Bihar News: बगहा के भैराेगंज में बाइक चोरी का केस दर्ज कराने गए पीड़ित को सिपाही ने पीटा
बाइक चोरी का केस दर्ज कराने गए पीड़ित को सिपाही ने पीटा।

भैरोगंज, संवाद सूत्रः भैरोगंज से हैरान कर देने वाली खबर आई है यहां बाइक चोरी का केस दर्ज कराने गए पीड़ित की सिपाही ने पिटाई कर दी। स्थानीय थाना क्षेत्र के तोनवा के रहने वाले पवन कुमार चौधरी की बाइक 29 अप्रैल को त्रिभौनी से चोरी हो गई है। जिसकी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए जब वह थाने पहुंचा तो उसका आवेदन लेने से थानाध्यक्ष ने इनकार कर दिया।

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अधिकारियों के आदेश की उड़ रही धज्जियां

पीड़ित फिर 6 मई को थाने पहुंचा और पुलिस से जानने की कोशिश की कि उसका आवेदन क्यों नहीं लिया जा रहा? इसके बाद थाने के एक सिपाही ने थानाध्यक्ष के सामने ही उसकी पिटाई कर दी। भैरोगंज थाने के जिम्मेदारों के इस तरह के रवैये से डीजीपी व एसपी के आदेश पर भी सवाल उठना शुरू हो गया है।

कुछ दिन पहले ही डीजीपी ने स्पष्ट आदेश है कि थाने पर आने वाले सभी फरियादियों की समस्या को सुना जाए और उसका समाधान किया जाए। इसके लिए थाने में आगंतुक रजिस्टर भी खोलने का आदेश जारी किया गया है।

इस आदेश को सख्ती से लागू करने के लिए एसपी ने सभी थानाध्यक्षों को आदेश भी जारी किया है। उसके बाद भी भैरोगंज थाने में जाने वाले लोगों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है जिसको लेकर लोगों में आक्रोश है।

सब्जी खरीदने के दौरान चोरी हुई थी बाइक

तोनवा के रहने वाले पवन कुमार चौधरी बीते 29 अप्रैल को बाइक से त्रिभौनी चौक पर सब्जी खरीदने गए थे। जहां वो बाइक खड़ी कर सब्जी खरीदने लगे। कुछ समय बाद जब वापस लौटे तो देखा कि उनकी बाइक गायब थी।आस-पास के लोगों से पूछताछ की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

उसके बाद वह दूसरे दिन भैरोगंज थाने गए। बाइक चोरी होने का आवेदन थानाध्यक्ष को देना चाहा, लेकिन वो आवेदन लेने से इनकार करते हुए पीड़ित को डांटने लगे। इस दौरान एक सिपाही पीड़ित के साथ मारपीट करने लगा। इसके बाद उसे थाने से ये कहकर वापस कर दिया गया कि बाइक चोरी का आवेदन नहीं लिया जाएगा।

निराधार है पिटाई की बात

मामले में थानाध्यक्ष राम उदय ने बताया कि आवेदक जहां से बाइक चोरी होने की बात कह रहा है उस जगह की जांच दारोगा भरत कुमार से कराई गई तो बाइक चोरी की पुष्टि नहीं हुई। वही स्थानीय चौकीदार से जानकारी ली गई तो उसने भी बताया कि कोई बाइक चोरी नहीं हुई है। पुलिस ने मारपीट की ये बात निराधार है।


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