विकास समीक्षा यात्रा: शराबबंदी की तरह दहेज मुक्ति में भी चाहिए साथ
सीएम नीतीश ने बेतिया में कहा कि 40 दिन बाद 21 जनवरी को दहेज और बाल विवाह प्रथा के खिलाफ बनने वाली मानव श्रृंखला में विश्व रिकॉर्ड टूटेगा। साथ ही पांच नये जिलों में मेडिकल कॉलेज खुलेंगे।
पश्चिमी चंपारण [जेएनएन]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मद्य निषेध को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार ने विशेष सेल का गठन कर दिया है। पुलिस महानिरीक्षक मद्य निषेध पद का सृजन किया गया है। उनके नेतृत्व में पूरी टीम सूबे में काम करेगी। यह सेल समय-समय पर थानावार समीक्षा करेगी। यदि थानाध्यक्ष की कार्यशैली गड़बड़ मिली तो उसकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
सरकार अपने स्तर से सख्ती बरत रही है। आम लोग भी सक्रिय रहे। पंचायत के हर वार्ड में एक बोर्ड लगाकर कर पुलिस और मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों के नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे। यदि कहीं शराब बिक रही तो लोग इसकी सूचना दें, अधिकारी कार्रवाई करेंगे।
नीतीश कुमार चार दिवसीय विकास समीक्षा यात्रा के तहत मंगलवार को बगहा एक प्रखंड के पतिलार में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने लौरिया प्रखंड के कटैया में भी सभा को संबोधित किया।
कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि पांच वर्ष के 39 प्रतिशत बच्चे बौनेपन के शिकार हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह कम उम्र में बेटियों की शादी है। सरकार ने बीते साल जिस तरह से शराबबंदी के समर्थन में मानव शृंखला बनाई थी। इसी तरह अगले वर्ष 21 जनवरी को दहेजबंदी, नशामुक्ति और बाल विवाह उन्मूलन के समर्थन में मानव शृंखला बनाकर हम पूरे देश को संदेश देंगे।
इससे पूर्व सीएम ने सभा स्थल पर पौधरोपण और रिमोट से 122 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने पतिलार के वार्ड नंबर 14 में सात निश्चय के तहत हुए विकास कार्यो का जायजा लिया। सीएम ने काऊ शेड, बकरी शेड, सड़क, नाली और शौचालय का निरीक्षण किया। महादलित बस्ती मिश्रौली के विकास को देखकर गदगद हुए।