Move to Jagran APP

जल जीवन हरियाली को आम लोगों से कनेक्ट करने का टास्क दे गए सीएम

बेतिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को जल संकट और प्रदूषण से बचाने के लिए जल जीवन हरियाली अभियान को आम लोगों से कनेक्ट करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 12:12 AM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:18 AM (IST)
जल जीवन हरियाली को आम लोगों से कनेक्ट करने का टास्क दे गए सीएम
जल जीवन हरियाली को आम लोगों से कनेक्ट करने का टास्क दे गए सीएम

बेतिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को जल संकट और प्रदूषण से बचाने के लिए जल जीवन हरियाली अभियान को आम लोगों से कनेक्ट करना होगा। तभी यह अभियान सफल हो सकता है। आगामी 19 जनवरी 2020 को बनने वाली मानव श्रृंखला पर अभियान की सफलता निर्भर है। डेढ़ माह का समय है, इसमें आम लोगों को जल जीवन हरियाली अभियान के महत्व को बताना होगा। जब आम लोग आने वाले संकट को लेकर चितित होंगे तो मानव श्रृंखला ऐतिहासिक होगी। वे बुधवार की सुबह सर्किट हाउस में अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह अभियान दफ्तर में बैठकर सफल नहीं हो सकता। अधिकारियों को गांव में जाना होगा। लोगों को समझाना होगा। आने वाली चुनौती से आगाह करना होगा। तभी आम लोग इस अभियान से कनेक्ट हो पाएंगे। मौके पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, अनुपम कुमार, एन. विजय लक्ष्मी, सचिव अरविद चौधरी, एन. सरवन कुमार, जितेंद्र श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

loksabha election banner

------------------------

गन्ना मूल्य भुगतान पर सीएम सख्त

गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया। अब तक गन्ना मूल्य निर्धारित नहीं किए जाने पर चिता व्यक्त की। संबंधित विभाग के अधिकारियों से गन्ना मूल्य भुगतान में विलंब का कारण जाना। यहां की सभी चीनी मिलों के भुगतान स्टेट्स की जानकारी ली। कहा कि वर्तमान पेराई सत्र के लिए मूल्य निर्धारण शीघ्र किया जाएगा।

------------------------

जल संचय की व्यवस्था अनिवार्य

सार्वजनिक कुआं, चापाकल, आहर, पाइन का जीर्णोद्धार, नलकूप, चापाकल के किनारे सोख्ता निर्माण, जल संरक्षण संरचना, छोटी-छोटी नदियों, नालों, पहाड़ी क्षेत्रों में चेक डैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं का निर्माण, नए जल स्त्रोतों का सृजन, सरकारी भवनों में छत वर्षा जल संचयन को लेकर जिले में किए गए प्रयास की जानकारी ली। साथ ही निर्देश दिया कि भविष्य के संकट से बचने के लिए अभी से सचेत रहना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.