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शाम होते ही शहर के चौक चौराहों पर छा जाता अंधेरा

नरकटियागंज। अधिसूचित क्षेत्र समिति से नगर पंचायत बना। फिर इसे नगर परिषद का दर्जा मिला। बढ़ती आबादी के साथ विकसित होते चौक चौराहे और शहर के फैलाव को देखते हुए नगर को रोशनी से चकाचक करने की योजना बनी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Oct 2019 12:47 AM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 12:47 AM (IST)
शाम होते ही शहर के चौक चौराहों पर छा जाता अंधेरा
शाम होते ही शहर के चौक चौराहों पर छा जाता अंधेरा

नरकटियागंज। अधिसूचित क्षेत्र समिति से नगर पंचायत बना। फिर इसे नगर परिषद का दर्जा मिला। बढ़ती आबादी के साथ विकसित होते चौक चौराहे और शहर के फैलाव को देखते हुए नगर को रोशनी से चकाचक करने की योजना बनी। इसके लिए जगह-जगह एलईडी लाइट की व्यवस्था की गई। प्रमुख चौक चौराहों पर हाई मास्ट लाइट लगे। लेकिन इनके लगने के साथ ही देखरेख के अभाव में ये बेकार होते चले गए। आज स्थिति यह है कि अधिकांश चौक चौराहे शाम होते ही अंधेरे में तब्दील हो जाते हैं। कई एलईडी लाइट तो बेकार हो गए हैं। हाई मास्ट लाइट के कई बल्ब फ्यूज होकर कहीं आधी अधूरी रोशनी तो कहीं पूरी तरह अंधेरे में डाल दिया है। लोगों का कहना है कि उनके लगने के कुछ ही दिनों बाद उसमें तकनीकी खराबी आने लगी। जिसे ससमय ठीक नहीं कराया गया। हरदिया चौक, हाई स्कूल समीप शहीद चौक जैसे महत्वपूर्ण चौक चौराहे पूरी तरह अंधेरे में डूबे रहते हैं। बावजूद इसके उनकी मरम्मती या फिर नए सिरे से व्यवस्था की कोई पहल नहीं हो रही। परिणाम स्वरूप शाम होते ही वह दूधिया रोशनी का सपना काली रात में तब्दील कर देता है। रात में आने जाने वालों के समक्ष परेशानियां बढ़ जाती है। बताया जाता है कि नगर परिषद ने लगभग 400 एलईडी लाइट लगाए थे। उनमें आधे से अधिक खराब हो गए है । इससे सबसे ज्यादा परेशानी रात में होती है, जब लोगों को अपने घरों से स्टेशन की तरफ जाना पड़ता है। उस समय सड़कें वीरान होती हैं और राहगीर डरे सहमे राह गुजरते हैं। नगर परिषद ने इन्हें ठीक कराने के लिए कई प्रस्ताव भी लिए। लेकिन वह भी आज तक अधर में लटका रहा। नवरात्रा की इस अवसर में भी लोग अंधेरे में गुजार रहे हैं। छठ और दीपावली जैसे महत्वपूर्ण पर निकट हैं। देखना है कि शहर में पर्याप्त रोशनी की क्या व्यवस्था होती है? नगर सरकार ने इन एलईडी लाइट और हाई मास्ट लाइट की खरीदारी पर लाखों खर्च किए। जिस कंपनी ने लगाया उसके साथ यह शर्तें लागू थी कि खराब होने पर उनकी मरम्मति करेगा। इस दिशा में नप ने कई बार प्रस्ताव लेकर कंपनी को पत्र भी भेजा। मगर आज तक मैकेनिक नहीं आया और लाइट नहीं बन सके। ना तो उस कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही की गई और ना ही नगर परिषद उन्हें बदल सका। सुमित केडिया, अवधेश शरण, बृजकिशोर सिंह आदि का कहना है कि लोगों को अंधेरा से मुक्ति मिले और चौक चौराहे पूरी रात रोशन रहे। इसके लिए नगर परिषद को स्थाई पहल करनी चाहिए।

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एलईडी और हाई मास्ट लाइट की मरम्मति के लिए प्रस्ताव लिया गया है। जल्द ही इसे ठीक करा दिया जाएगा ताकि शहर में पर्याप्त रोशनी मिल सके।

राधेश्याम तिवारी

सभापति, नरकटियागंज


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