डॉ. रीता की ठुमरी पर झूम उठे दर्शक
हमरी अटरिया पर आउ सवरिया देखा-देखी बलम होई जाई..। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के पर्यटन विभाग के मुख्य कला मंच पर न केवल लोक संस्कृति और आस्था के रंग उभर रहे हैं बल्कि गजल, दादरा, ठुमरी, शास्त्री और उप शास्त्रीय गायन का जलवा भी बिखर रहा है।
वैशाली। हमरी अटरिया पर आउ सवरिया देखा-देखी बलम होई जाई..। हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के पर्यटन विभाग के मुख्य कला मंच पर न केवल लोक संस्कृति और आस्था के रंग उभर रहे हैं बल्कि गजल, दादरा, ठुमरी, शास्त्री और उप शास्त्रीय गायन का जलवा भी बिखर रहा है। यहां चल रहे तीन दिवसीय हरिहर क्षेत्र महोत्सव के दौरान बनारसी ठसक से ओत-प्रोत डॉ. रीतादेव की ठुमरी और दादरा ने ऐसा रंग जमाया कि मेले की शाम यादागर बन गई। इसके पहले इस मंच पर राम शरण यादव उर्फ छोटू छलिया ने अपने भोजपुरी अंदाज में श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया था। ठुमरी के कद्रदानों ने अपने संगीत प्रेम का परिचय देते हुए जमकर उनकी सराहना की। इसके बाद दादरा के रूप में डा. देव के अंगना में चुअत जमुनिया भितर चला हो बालमा.. बोल पर दर्शक ताली बजाने को मजबूर हो गए।