मानव व्यापार है मानवता के खिलाफ : मिश्रा
मानव व्यापार मानवता के खिलाफ है। इसे रोकने को लेकर सामूहिक प्रयास किए जाने की जरुरत है।
मानव व्यापार मानवता के खिलाफ है। इसे रोकने को लेकर सामूहिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। समाज के हर व्यक्ति का दायित्व है कि इसे रोकने की दिशा में आगे आए। सरकार के स्तर पर भी इस दिशा में निरंतर प्रयास किया जा रहा है। हाजीपुर के बीका (बिहार कारा एवं सुधार सेवाएं प्रशिक्षण संस्थान) में मानव व्यापार के रोकथाम पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन करने के उपरांत अपने संबोधन में बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणी मिश्र ने उक्त बातें कही। कार्यशाला में पूरे राज्य से अभियोजन पदाधिकारी पहुँचे थे। सभी को यह जानकारी दी गई कि कैसे मानव व्यापार को रोका जा सके।
बीका के सभागार में आयोजित कार्यशाला में सेवानिवृत्त डीजीपी पीबी नायर ने अभियोजन पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मानव व्यापार केवल अपराध नहीं है बल्कि यह अपराधों की टोकरी है। इसे रोकने को संगठित होना होगा। बीका हाजीपुर के निदेशक मिथिलेश मिश्रा ने कहा कि मानव व्यापार को रोकने को सामाजिक सरोकार के साथ पुलिस और अभियोजन सबको साथ मिलकर काम करने की जरुरत है। कार्यशाला में उच्चतम न्यायालय की महिला अधिवक्ता ने मानव व्यापार की विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। वहीं सरकार के मानव व्यापार विरोधी एजेंडे पर भी विस्तार से अपनी बातें रखी। कार्यशाला में कमजोर वर्ग की एसपी अनसुईया, बिहार राज्य बाल संरक्षण समिति की सचिव श्वेता मिश्रा, यूनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ सैयद मंसूर कादरी, सीसीएचटी बिहार के वाई के गौतम, पीके शर्मा, शिल्पी सिंह, नवलेश कुमार सिंह, मुक्तारुल हक आदि ने संबोधित किया। कार्यशाला का संचालन वाईके गौतम ने किया।