हाजी पीर अब्दुल रहमान की मजार पर हुई चादरपोशी
हाजी पीर अब्दुल रहमान के 12 वां सालाना उर्स पर उनकी मजार पर चादरपोशी की गई। हजारों लोगों ने श्रद्धापूर्वक चादरपोशी में भाग लिया। मजार पर मन्नत मांगने वालों में कोलकाता मुम्बई दिल्ली हरियाणा मध्यप्रदेश चेन्नई आंध्रप्रदेश ओडिशा आदि जगहों से लोग शामिल होते रहे हैं।
संवाद सूत्र, चेहराकलां:
हाजी पीर अब्दुल रहमान के 12 वां सालाना उर्स पर उनकी मजार पर चादरपोशी की गई। हजारों लोगों ने श्रद्धापूर्वक चादरपोशी में भाग लिया। मजार पर मन्नत मांगने वालों में कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश, चेन्नई, आंध्रप्रदेश, ओडिशा आदि जगहों से लोग शामिल होते रहे हैं।
मौलाना मोहम्मद इश्तेयाक, बकसामा पंचायत के मुखिया मो. हाशिम, पैक्स अध्यक्ष हरिन्द्र राय, सरपंच शशि कुमार, नूर मोहम्मद, मो. सज्जाद आदि ने बताया कि हाजी पीर अब्दुल रहमान ने अपनी जिन्दगी गरीबों, दीन-दुखियों एवं रोगियों की सेवा में बिता दी। उनके इंतकाल के बाद मिट्टी देने वाले की लंबी कतार लगी थी। आज भी लोग उनके दरबार में हाजिर होकर
सच्चे मन से जो भी मन्नत मांगते हैं, उनकी मुराद पूरी होती है। बकसामा शरीफ की ओर से हाजी पीर अब्दुल रहमान के पुत्र मौलाना मो. इश्तेयाक के साथ प्रथम चादरपोशी करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।