गांवों में नहीं दिख रहे पूजा पंडाल, उत्साह में काफी कमी
वैशाली। पिछले कई वर्षों बाद शायद यह पहला मौका है जब नवरात्र के अवसर पर कस्बाई बाजारों स
वैशाली। पिछले कई वर्षों बाद शायद यह पहला मौका है जब नवरात्र के अवसर पर कस्बाई बाजारों से लेकर गांवों में पूजा पंडाल गायब हैं। कोरोना को लेकर सरकार के द्वारा जारी की गयी गाइडलाइन का पालन इस बार राघोपुर प्रखंड के कई क्षेत्रों में मां दुर्गा का दरबार नहीं सज रहा है। पहले सप्तमी से लेकर विजयादशमी तक मेला प्रारंभ हो जाता था और पंडालों में सजे दरबार का पट खुल जाता था। इस बार ना तो पूजा पंडाल नजर आ रहे हैं और ना ही सड़क किनारे मेलों में लगे ठेलो का दृश्य। दुर्गा पूजा को लेकर कई दिनों पहले से ग्रामीण क्षेत्रों में झूला लग जाता था। खिलौने आदि की दुकानें सज जाती थीं। सप्तमी से लेकर विजयादशमी तक लोगों की चहल-पहल बढ़ जाती थी। पूजा समितियों के लोगों का कहना है कि प्रशासन के द्वारा दिए गए दिशानिर्देश का पालन करते हुए ना तो पंडाल बनाए गए हैं और ना ही मेला आदि लगा है। प्रखंड के अलग-अलग चौक चौराहे पर मंदिर में दुर्गा मां की प्रतिमा स्थापित की गई है। स्थानीय प्रशासन द्वारा मेला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी गई है। प्रखंड के अलग-अलग चौक चौराहे पर लोग यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में नेताओं की सभा में हो रही भीड़ से कोरोना का भय नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा में मेला एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम व रावण दहन पर रोक लगाई गयी है।