पानी का पाइप टूटा होने से लोगों का गुस्सा फूटा
ाजापाकर के कई गांव इन दिनों पानी की गंभीर झेल रहे हैं। भू-जलस्तर काफी नीचे चले जाने से अधिकतर चापाकलों ने जवाब दे दिया है।
वैशाली । राजापाकर के कई गांव इन दिनों पानी की गंभीर झेल रहे हैं। भू-जलस्तर काफी नीचे चले जाने से अधिकतर चापाकलों ने जवाब दे दिया है। कई गांवों में अभी नल-जल योजना का काम पूरा नहीं होने से स्थिति और विषम हो गई है। प्रखंड के लगुराव विलंदपुर, रामपुर रत्नाकर उर्फ सरसई में पानी के लिए त्राहिमाम की स्थिति है। पानी की कमी को लेकर लोगों में इस कदर गुस्सा है कि उन्होंने कबीर मठ आश्रम, राजापाकर के बगल में बने पंप हाउस में ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यहां जलमीनार से पानी की सप्लाई होती है लेकिन जगह-जगह पाइप टूटा होने की वजह से लोगों को पानी नहीं मिल रहा। इस संबंध में कई बार पीएचईडी को शिकायत की गई लेकिन टूटे पाइक को बदलने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस संबंध में पूदे जाने पर पीएचईडी के जेई ने बताया गया कि विभाग में फूटे पाइप की मरम्मत के लिए कई बार कहा गया है लेकिन पैसा समय से नहीं मिल पाता जिसके कारण टूटे-फूटे पाइप की मरम्मत समय से नहीं हो पाती है। राजापाकर उत्तरी पंचायत के वार्ड 7, 8 ,9, 10, 11, 13 ,15 में नल जल योजना का कार्य कराया जाना है। यह कार्य भी पीएचईडी को ही करना है लेकिन काम अब तक शुरू नहीं किया गया। जलस्तर नीचे चले जाने से लोगों के घरों में लगे चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है। लोग दूर-दूर से पानी लाकर अपने घरों में कार्य कर रहे हैं। मौके पर उपस्थित वार्ड सदस्य जगन्नाथ राय, नागेंद्र ¨सह, मोहम्मद इफ्तिखार उर्फ पप्पू, रघुनाथ ¨सह, प्रमिला देवी, गायत्री देवी, चंद्रकला देवी, शीला देवी, परमेश्वरी देवी, अंजू देवी, सीता देवी, ललिता देवी आदि ने बताया कि पानी को लेकर भारी परेशानी झेल रहे हैं। अगर पीएचईडी चाहे तो यहां समस्या बहुत हद तक कम की जा सकती है।