भरपेट भोजन मिला तो भर आईं दिव्यांग सब्जी विक्रेता की आंखें, पोटली से निकाल तीन हजार दिया दान
हाजीपुर में दिव्यांग सब्जी विक्रेता ने दिलेरी दिखाते हुए अपनी गाढ़ी कमाई के तीन हजार रुपये गरीबों के लिए लगे राहत शिविर में खाना खिलाने के लिए दान कर दिए।
वैशाली, जेएनएन। कोरोना से देश-दुनिया में तबाही भले मची हो, आपसी भाईचारा और सामाजिक ताना-बाना कमजोर नहीं हुआ है। लॉकडाउन में सम्पन्न लोगों की ओर से गरीबों की मदद के किस्से तो आम हैं। गरीब व्यक्ति संकट की इस घड़ी में मदद के हाथ बढ़ाए तो इसपर आश्चर्य होना स्वाभाविक है। हाजीपुर में रोज सब्जी खरीदकर बेचने वाले दिव्यांग सब्जी विक्रेता ने गजब की दिलेरी दिखाते हुए अपनी गाढ़ी कमाई के तीन हजार रुपये गरीबों के लिए लगे राहत शिविर में खाना खिलाने के लिए दान दिए हैं।
भरपेट भोजन मिला तो आंखों में भर आए आंसू
हाजीपुर शहर के रामाशीष चौक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग 24 मार्च से राहत शिविर लगा गरीबों को खाना खिला रहे हैं। शुक्रवार को परसा (सारण) से सब्जी खरीदकर लौटे दोनों पैर से दिव्यांग सब्जी विक्रेता शिवकुमार को जोरों की भूख लगी थी। लॉकडाउन के कारण रास्ते में उसे कहीं कुछ खाने को नहीं मिला। वह रामाशीष चौक पर भोजन वितरण शिविर में जा पहुंचा। यहां उसे भरपेट भोजन मिला तो उसकी आंखें भर आईं। खाना खाने के बाद उसने सेवकों को आपबीती सुनाई और अपनी ट्राईसाइकिल से एक पोटली निकालकर उसमें मौजूद तीन हजार रुपये गरीबों को खिलाने के लिए दान दे दिए।
खाना खिलाते हैं, पैकेट भी देते हैं
शिविर के मुख्य आयोजक हिंदू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष विनोद ने कहा कि शिवकुमार हम कारसेवकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। गरीबों को खाना खिलाने के लिए लगाए गए इस राहत शिविर में हमारी कोशिश है कि कोई भूखा नहीं रहे। खाना खिलाते हैं, पैकेट भी देते हैं और अगर कोई दान देता है तो स्वीकार करते हैं। रोजाना चार-पांच सौ लोग आ जाते हैं, फिजिकल डिस्टेंसिंग को मेनटेन कर खाना बनता है और वितरित किया जाता है। विनोद ने कहा कि शिवकुमार की सेवा देखकर अन्य लोग भी जागरूक हुआ हैं। वे भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।