रिटायर्ड फौजी का ग्रामीणों ने गर्मजोशी से किया स्वागत
सहदेई बुजुर्ग - भारतीय सेना में 26 वर्षो की सेवा के बाद सेवानिवृत होकर अपने घर लौटे सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के चकफैज पंचायत के सहदेई खुर्द निवासी सुरेश राय को ग्रामीणों ने सहदेई बुजुर्ग स्टेशन पर फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया।सुरेश राय नायक सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद ट्रेन से अपने गाँव आय थे।सुरेश राय 26 वर्षों तक देश की सेवा कर नायक सूबेदार के पद पर सेवानिवृत्त हुय हैं।वह जैसे ही सहदेई स्टेशन पर ट्रेन से उतरे तो लोगों ने वहां उपस्थित लोगों ने उनको फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 1993 में वह सेना में सिपाही के पद पर मेरठ में बहाल हुए थे।उन्होंने वर्ष 1995 से लेकर 1997 तक जम्मू कश्मीर वर्ष1997 से 200
संवाद सूत्र, सहदेई बुजुर्ग : सेना में 26 वर्षो की सेवा के बाद सेवानिवृत होकर अपने घर लौटे सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के सहदेई खुर्द निवासी सुरेश राय को ग्रामीणों ने सहदेई बुजुर्ग स्टेशन पर फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। सुरेश राय नायक सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद ट्रेन से अपने गांव आए थे। वह जैसे ही सहदेई स्टेशन पर ट्रेन से उतरे तो वहां उपस्थित लोगों ने उनको फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वे वर्ष 1993 में वह सेना में सिपाही के पद पर मेरठ में बहाल हुए थे। उन्होंने वर्ष 1995 से लेकर 1997 तक जम्मू कश्मीर, वर्ष1997 से 2008 तक नायक के पद पर अंबाला में, उसके बाद वर्ष 2008 से 2011 तक बाराबंकी में, वर्ष 2012-15 तक मेरठ में हवलदार के पद पर कार्य किया। उसके बाद वर्ष 2015-18 तक जम्मू कश्मीर के बार्डर इलाका में रहे। वर्ष 2019 में नायक सूबेदार के पद पर सेवानिवृत्त हो गए।उन्होंने बताया कि वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में भी भाग लिया था। उन्होंने कहा कि देश की सेवा से बढ़कर कोई बड़ी सेवा नहीं है। इस मौके पर विनोद कुमार,नरेश राय,विकास राय, सुनील कुमार, ओम प्रकाश, शिवचंद्र राय, सरपंच रामअवतार पासवान, उपसरपंच राकेश साह, अनिकेत, प्रभाकर कुमार सुमन, उमेश राय,धीरज कुमार राय,भोला पासवान, सुधीर रजक आदि उपस्थित थे।