बिहार बंद : थम गई रफ्तार, दिन भर हलकान होते रहे लोग
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : सरकार की नई खनन नीति व बिहार में बालू-गिट्टी संकट विरोध
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : सरकार की नई खनन नीति व बिहार में बालू-गिट्टी संकट विरोध में गुरुवार को आयोजित राजद के बिहार बंद के दौरान जहां जिले की सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई। वहीं बंद की वजह से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। जगह-जगह पर बंद समर्थकों द्वारा सड़क जाम कर यातायात अवरुद्ध कर देने से आम लोगों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। घंटों लोग गाड़ी में बैठकर जाम खुलने का इंतजार करते रहे। वहीं बड़ी संख्या में यात्री पटना से आते-जाते दिखे। पटना में आयोजित प्रकाश पर्व समापन समारोह व शुकराना पर्व में भाग लेने आए सिख श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। हाजीपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के बाद सिख श्रद्धालुओं को जब पटना जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला तो वे सभी पैदल ही पटना की ओर रवाना हो गए। बंद की वजह से प्रतिदिन पटना से आने-जाने वाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। इसका असर कई सरकारी व गैरसरकारी प्रतिष्ठानों में भी देखने को मिला। बंद की वजह से प्रतिष्ठानों में पदाधिकारी व कर्मी न के बराबर दिखे। बंद समर्थकों ने कई स्कूलों की गाड़ियों को घंटों रोके रखा।
डिवाइडर पर बैठकर यात्रियों ने गुजारा समय
बिहार बंद के दौरान राजद समर्थकों ने नार्थ बिहार की लाइफ लाइन गांधी सेतु मार्ग को टोल प्लाजा व एक नंबर पाया के समीप गुरुवार की अल सुबह ही जाम कर दिया। जाम की वजह से दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। दोपहर तक लोग जाम में फंसे रहे। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी छोटे-छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे यात्रियों को हुई। वहीं कई यात्री सेतु के फुटपाथ व सड़क के डिवाइडर पर बैठकर जाम समाप्त होने का इंतजार करते दिखे।
पैदल ही तय किया सफर
बंद के दौरान वाहनों का परिचालन बंद रहने से आम लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हुई। गांधी सेतु मार्ग व अन्य मार्गों पर बड़ी संख्या में यात्री पैदल ही आते-जाते दिखे। रोजमर्रा के काम से पटना आने-जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। जाम की वजह से ऐसे यात्रियों ने पैदल ही गांधी सेतु पार किया।
पटना पहुंचने में खिलाड़ियों के छूट गए पसीने
बिहार यूनिवर्सिटी की क्रिकेट टीम को मुजफ्फरपुर से पटना जाने में पसीने छूट गए। मुजफ्फरपुर से क्रिकेट टीम में शामिल खिलाड़ी बस से पटना के लिए रवाना हुए लेकिन सराय में ही बंद समर्थकों ने बस को रोक लिया। वहां से सभी पैदल ही हाजीपुर पहुंचे और यहां से ट्रेन पकड़कर पटना रवाना हुए। यूनिवर्सिटी की टीम को गुरुवार की दोपहर पटना से भुवनेश्वर के लिए रवाना होना था। यह टीम वहां आयोजित अंतर विश्वविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही थी। क्रिकेट टीम ने किसी तरह पटना से ट्रेन पकड़ा।
बंद रही दुकानें, बाजार में पसरा रहा सन्नाटा
बिहार बंद के दौरान बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। बाजार की सभी दुकानें बंद रही। यहां तक की चाय-नाश्ते की दुकान भी बंद थी। इसकी वजह से बंद में फंसे लोगों को घंटों भूखे रहना पड़ा। वहीं कई लोग अपने जरूरत के सामान की खरीदारी नहीं कर सकें।