कॉमर्शियल विभाग के ऑफिस की छत का प्लास्टर गिरा
निर्माण की गुणवत्ता निम्नस्तरीय होने से सोनपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित वाणिज्य विभाग के कार्यालय कक्
निर्माण की गुणवत्ता निम्नस्तरीय होने से सोनपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित वाणिज्य विभाग के कार्यालय कक्ष में गुरुवार को छत की सि¨लग अचानक पंखा सहित गिर गई। इस घटना से कार्यालय कक्ष में काम कर रहे कर्मियों के बीच भगदड़ मच गई। जिस कक्ष में यह घटना हुई उसके ठीक नीचे काम कर रहा एक कर्मचारी बाल बाल बच गया। ऊंचाई से गिरने के कारण गति में चल रहे पंखे का ब्लेड कई टुकड़ों में बंट गया। फर्श पर उस हिस्से में काफी दूर तक छत से टूटे हुए प्लास्टर का मलवा बिखर गया। वाणिज्य विभाग के उक्त कार्यालय में इस प्रकार की यह चौथी घटना है।
इस घटना के बाद उक्त कार्यालय मे काम कर रहे सभी कर्मचारी अपना काम काज ठपकर ऑफिस में ताला मारकर बाहर निकल गए और व्यवस्था के विरुद्ध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान कर्मचारियों ने निर्माण की घटिया क्वालिटी को लेकर इंजीनिय¨रग विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच अधिकारियों के साथ मंडल मुख्यालय के सभा कक्ष में मि¨टग कर रहे डीआरएम अतुल्य सिन्हा, सीनियर डीइएन समन्वय जावेद अख्तर एवं डीपीओ शिवानी नारायण मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल का मुआयना कर वहां खड़े वाणिज्य विभाग के कर्मचारियों को आशस्त किया कि इसे बहुत जल्द ठीक करा लिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद भी नाराज कर्मचारी नहीं माने। उत्तेजित रेल कर्मी कार्यालय के ऊपरी तल पर स्थित मंडल रेल प्रबंधक के ऑफिस के सामने पहुंच गए और नारे लगाने लगे। इस प्रर्दशन में शामिल ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन तथा ईस्ट रेलवे मेन्स कांग्रेस के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए अंदर बुलाया गया। वहां यूनियन के नेताओ को डीआरएम श्री सिन्हा ने कहा कि जब तक क्षतिग्रस्त भाग ठीक नहीं करा लिया जाता तबतक वाणिज्य विभाग के बगल में स्थित राजभाषा विभाग के कार्यालय में बैठक कर कर्मचारी विभागीय कार्य का निष्पादन करें। छत नहीं, प्लास्टर गिरा है : डीआरएम इसी क्रम में पत्रकारों से बातचीत में डीआरएम ने कहा कि छत नहीं प्लास्टर गिरा है। इसे दो दिन में ठीक करा लिया जाएगा। सीनियर डीसीएम एके पांडेय ने इस घटना को दुखद बताते हुए क्षतिग्रस्त हिस्से को अतिशीघ्र ठीक करा लिए जाने की बात कही। दूसरी ओर यूनियन के पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ¨सह, कुमारी निर्मला रानी, शत्रुघ्न प्रसाद श्रीवास्तव तथा संजय कुमार आदि ने इस मामले में चीफ आईओडब्लू के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की की मांग की। उनका कहना था कि उक्त कार्यालय कक्ष में इस प्रकार की यह चौथी घटना है। इंजीनिय¨रग विभाग मोटा कमीशन लेकर घटिया निर्माण को बढ़ावा दे रहा है।