शादी के दो साल बाद पहला बच्चा व दूसरे में हो तीन साल का अंतर : सीएस
वैशाली। परिवार नियोजन को एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कारक के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य
वैशाली। परिवार नियोजन को एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक कारक के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल परिसर में गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ. इंद्रदेव रंजन ने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। जागरूकता रथ के माध्यम से लालगंज तथा हाजीपुर सदर प्रखंड में परिवार नियोजन के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा । इसके अलावा सभी प्रखंडों के लिए भी इस मौके पर दो-दो जागरूकता रथ को रवाना किए गए हैं। रथ गांव-टोले का भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगा।
इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए लोगों को जागरूक किया जाना बहुत ही आवश्यक है। इसके लिए केयर इंडिया के सहयोग से जिले के सभी 16 प्रखंडों में परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता रथ निकाला जा रहा है। इसका मुख्य मकसद लोगों को यह समझाना है कि शादी के दो साल बाद पहला बच्चा और दूसरे में तीन साल का अंतर होना बेहद जरूरी है। यह बच्चे के स्वर्णिम भविष्य और परिवार की आर्थिक उन्नति के लिए भी जरूरी है। इससे जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
जागरूकता रथ रवानगी के मौके पर सीएस के साथ जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. ललन प्रसाद, वीबीडीसीओ डॉ. सत्येंद्र प्रसाद सिंह, कार्यक्रम प्रबंधक मणिभूषण झा, डीसीएम आभा कुमारी, केयर इंडिया जिला प्रबंधक सुमित कुमार एवं केयर इंडिया प्रतिनिधि डॉ. एनी, कृतिका, सौरभ कुमार, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।
गांव एवं टोले में लोगों को किया जाएगा जागरूक आम जनों के बीच जागरूकता अभियान के संबंध में केयर के डीटीएल सुमित कुमार ने कहा कि इस बार एक योजना के तहत काम किया जाएगा। इसके माध्यम से प्रजनन दर में कमी लाने के प्रयास किए जा सकेगा। परिवार नियोजन की सफलता के लिए सेवा प्रदाता और एक बच्चे वाले दंपति के बीच परिवार नियोजन संबंधी जानकारी को बढ़ाने, समाज में परिवार नियोजन संबंधी बातचीत को बढ़ावा देने और एक बच्चे वाले दंपति के बीच परिवार नियोजन संबंधी आपसी बातचीत को बढ़ावा देने की योजना है। इसके लिए लक्षित समूह, एक बच्चे वाले दंपति, समाज और सेवा प्रदाता के बीच पहुंचा जाएगा।
प्रजनन दर कम करने के उद्देश्य से निकाले गए रथ सिविल सर्जन ने कहा अभी जिले का कुल प्रजनन दर 3.0 है और इसे नीचे लाने के लिए परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करना अति आवश्यक है। इस माह 14 से 31 जनवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जा रहा है। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के पास बुधवार और शुक्रवार को आरोग्य दिवस पर परिवार नियोजन के साधनों के प्रति जागरूक किए जाने का कार्यक्रम है। इस दौरान आशा कार्यकर्ता और एएनएम लोगों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, ताकि लोग परिवार नियोजन के साधनों को निर्भयता पूर्वक इस्तेमाल कर सकेंगे।