पुलिस विभाग में इन चार जाबांजों की है धूम
जेट, विशन, डेका और रौंची इन चार नामों की पूरे पुलिस विभाग में धूम है। गजब का क्रेज और अपने खास अंदाज के कारण इनकी काफी पूछ है। कई बड़ी घटनाओं के अनुसंधान में इन चारों जाबांजों ने न सिर्फ अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि अपनी उपयोगिता भी सिद्ध की है।
वैशाली। जेट, विशन, डेका और रौंची इन चार नामों की पूरे पुलिस विभाग में धूम है। गजब का क्रेज और अपने खास अंदाज के कारण इनकी काफी पूछ है। कई बड़ी घटनाओं के अनुसंधान में इन चारों जाबांजों ने न सिर्फ अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि अपनी उपयोगिता भी सिद्ध की है। ये चारों बिहार पुलिस के डॉग स्क्वॉयड की शान समझे जाते हैं। लेब्रो डोर प्रजाति के ये प्रशिक्षित कुत्ते अपनी जबर्दस्त क्षमता और चुस्ती-फुर्ती को लेकर सबकी पसंद बने हुए हैं। हरिहरक्षेत्र मेले में लगाए गए अपराध अनुसंधान प्रदर्शनी में इनकी उपलब्धियों को बड़े से फ्लैक्स के माध्यम से दर्शाया गया है। प्रदर्शनी में आने-जाने वाले लोग भी एक बार इनकी उपलब्धियों को पढ़कर दंग रह जाते हैं।
डेका डॉग
ये लेब्राडोर नस्ल का कुत्ता है। उम्र- 3 वर्ष 6 माह। डेका के माध्यम से कई मामलों में सफलतापूर्वक ट्रै¨कग कर मामलों के उद्भेदन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रौंची- ये भी लेब्राडोर नस्ल का है, उम्र 3 वर्ष 3 माह। रौंची डॉग स्क्वायड का एक अहम सदस्य है। रौंची ने 12 जून 2014 को फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के साकेत बिहार मित्र मंडल कॉलोनी स्थित एक पूर्व सांसद के आवास पर हुई करोड़ों रुपये की चोरी मामले के उद्भेदन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। घटनास्थल पर चोर के छूटे हुए चप्पल के सहारे पुलिस को चोरों तक पहुंचाया था।
विशन, नस्ल लेब्राडोर, उम्र 9 वर्ष। नाम के अनुरूप विशन भी अपने कर्तव्य का बखूबी निर्वहण किया है। विशन ने वर्ष 2012 में कैमूर जिले के भगवानपुर में एक घटनास्थल से 8 किलोमीटर की दूरी तक ट्रै¨कग कर न सिर्फ मंदिर से लूटी गयी अष्टधातु की मूर्तियों को बरामद कराया था बल्कि 6 ¨जदा बम व बम बनाने के सामान भी बरामद करने में पुलिस की मदद की थी।
बेबी, उम्र 9 वर्ष नस्ल लेब्राडोर। बेबी भी अपनी खूबियों की वजह से पुलिस विभाग की डॉग स्कवायड की शान समझी जाती है। वर्ष 2012 में रोहतास के डिहरी में हुए लूटकांड में घटनास्थल से जब्त अपराधी के दो कंबल की गंध पर सफलता पूर्वक दो किलोमीटर तक ट्रै¨कग कर कांड के उद्भेदन में पुलिस टीम की मदद की थी। इस मामले में पुलिस ने दो लाख रुपये के गहने, नकद 20 हजार 620 रुपये के साथ कांड में संलिप्त 9 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया था।