विश्वनाथ गुरमैता की 36वीं पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय भपटियाही के प्रांगण में गुरुवार को विश्
संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): विश्वनाथ इंटर महाविद्यालय भपटियाही के प्रांगण में गुरुवार को विश्वनाथ गुरमैता की 36वीं पुण्यतिथि मनाई गई। उनका निधन 8 अप्रैल 1985 में हुआ था। वे विधानसभा के सदस्य सहित कई महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किए थे। वे इस महाविद्यालय के संस्थापक भी थे। पुण्यतिथि पर कॉलेज प्रबंधन समिति अध्यक्ष राघोपुर प्रखंड की पूर्व प्रमुख मंजू देवी ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद आयोजित समारोह में अध्यक्ष मंजू देवी ने कहा विश्वनाथ गुरमैता एक सुलझे व्यक्ति थे और राजनीति के क्षेत्र में महारत हासिल थी। अपने जीवन काल में विश्वनाथ बाबू ने कई ऐसे ऐतिहासिक काम किए हैं, जिसके बल पर वह हमेशा याद किए जाएंगे।
पूर्व प्राचार्य अवध नारायण सिंह ने कहा कि उन्होंने कॉलेज की स्थापना कर हजारों हजार छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का जो अवसर प्रदान किया इसके लिए हमेशा लोगों के दिल और दिमाग में बने रहेंगे। उनके कार्य के लिए लोग उन्हें आज भी करते हैं।
प्राचार्य महेंद्र प्रसाद साह ने समारोह के दौरान विश्वनाथ गुरमैता के जीवन काल के कई उपलब्धियों को सामने रखा। कहा कि बिहार विधानसभा का सदस्य रहते उन्होंने एक साथ कई पदों को सुशोभित किया और जहां भी रहे जनमानस के लिए काम करते रहे। सहरसा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के अध्यक्ष सहित कोसी क्षेत्र प्राधिकार के अध्यक्ष तथा अन्य पदों पर रहते हुए उन्होंने कोसी के इलाके में महत्वपूर्ण योगदान दिया। समारोह में बोलते हुए ललन गुरमैता सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि वे गरीबों के हितैषी थे। गांव के बच्चों को उच्च शिक्षा मिले इसके लिए हमेशा चितित रहते थे। जहां भी जाते थे लोगों के बीच शिक्षा की बातें करते थे। वक्ताओं ने कहा कि भपटियाही में कॉलेज की स्थापना कर उन्होंने कोई गांव के छात्र छात्राओं के भविष्य को लिखने का काम किया। समारोह का संचालन प्रो. सूर्यनारायण मेहता ने किया। इस मौके पर फिर कालेज प्रबंधन समिति सचिव सह प्राचार्य महेंद्र प्रसाद साह, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र नारायण गुरमैता उर्फ ललन गुरमैता, बसंतपुर प्रखंड पूर्व प्रमुख प्रभा देवी खेरवार, पूर्व प्राचार्य अवध नारायण सिंह, प्रो. सूर्यनारायण मेहता, रविद्र कुमार सिंह, प्रो. राम नारायण साह, राजेंद्र प्रसाद रमन, दामोदर बरियैत, नागेश्वर यादव, ममता देवी, स्नेहलता देवी,सविता देवी, मौसम खेरवार, उदय प्रकाश मरीक, रामानंद गुरमैता, मणि भूषण चौधरी, शंकर गुरुमैता, राजकुमार गुरमैता, शशि रंजन कुमार, गोविद झा, विश्वनाथ बहरखैर, राज किशोर यादव, नारायण रजक, प्रतिमा सिंह, विष्णु कुमार महतो, यमुनेश प्रसाद सिंह, परमानंद, अशोक यादव, ओम प्रकाश शाह, मोतीराम, सावित्री देवी आदि ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।