सड़कों पर यूं ही घूमना हो सकता है खतरनाक
जागरण संवाददाता सुपौल कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है और इसके प्रसार को रोकने
जागरण संवाददाता, सुपौल: कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है और इसके प्रसार को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। बावजूद इसके बेवजह लोग खासकर युवा वर्ग सड़कों पर घूमते नजर आते हैं। नतीजा है कि कोरोना की चेन को तोड़ने में मुश्किलें आ रही है। मालूम हो कि प्रतिबंध की मदद से शारीरिक दूरी में मदद मिलेगी और लोग अपने घरों में रहेंगे। साथ ही साथ वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। कोरोना काफी खतरनाक वायरस है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में सुपौल जिले में इस वायरस से कई लोगों की जान चली गई है। इसके बाद भी युवा वर्ग इस वायरस को काफी हल्के में ले रहे हैं और अपनी सुरक्षा के प्रति लापरवाह दिख रहे हैं।
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नहीं दिया कोई जवाब
प्रतिबंध के दौरान शनिवार को जब मोटरसाइकिल पर घूमते कई युवाओं को रोक कर पुलिस ने घर से निकलने का कारण पूछा तो किसी ने भी संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। हर युवा बहाने बनाते नजर आये। हालांकि पुलिस ने उन युवाओं को चेतावनी देकर छोड़ दिया। युवाओं को ऐसा लगता है कि युवा होने के चलते उनका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है तो संक्रमण क्या बिगाड़ लेगा, लेकिन युवाओं की यह सोच खुद को मुसीबत में डालने जैसा है। यह वायरस युवाओं के लिए भी उतना ही जोखिम वाला साबित हो सकता है, जितना कि बुजुर्गों व बच्चों के लिए खतरनाक है।
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संक्रमित हो रहे युवा
कोरोना के दूसरी लहर के बीच यह बात सामने आई है कि संक्रमितों में 50 फीसद से अधिक युवा पाये जा रहे हैं। ऐसा इसलिए कि युवा अपनी सुरक्षा को ले काफी कम परवाह करते हैं। इस बात को इससे भी बल मिलता है कि बाजारों में बिना मास्क घूमने वालों में सबसे अधिक संख्या युवाओं की मिलती है। अधिकतर युवा एक तो मास्क नहीं लगाते और जो लगाते हैं वे अपने मास्क मुंह अथवा नाक के नीचे ही रखते हैं। इससे इतर युवा बिना कारण बाजार आदि जाते रहते हैं। युवाओं द्वारा शारीरिक दूरी को लेकर भी लापरवाही बरती जाती है। युवाओं के अधिक संक्रमित होने का नतीजा है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी अब अच्छी खासी संख्या में कोरोना मरीज मिलने लगे हैं। ऐसे में युवाओं को संभल कर रहने की जरूरत है।