अमृत व सर्वार्थसिद्ध योग में मनेगा रक्षाबंधन पर्व
सुपौल। भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को सोमवार यानी 3 अ
सुपौल। भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को सोमवार यानी 3 अगस्त को मनाया जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर्व श्रावणी पूर्णिमा के साथ अमृत योग एवं सर्वार्थसिद्ध योग में मनाया जाएगा, जो अति शुभ फलदायक है। रक्षाबंधन का महात्म्य पर चर्चा करते हुए आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने बताया कि रक्षाबंधन अपने आप में सिद्ध दिन है। राखी बंधवाने का शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हुए आचार्य ने कहा कि 3 अगस्त को प्रात: 8 बजकर 35 मिनट तक भद्रा रहेगा। भद्रा में राखी बंधवाना निषेध है। साथ ही सोमवार को दूसरा एवं सातवां अर्धपहरा भी रक्षाबंधन के लिए वर्जित रहेगा। इसलिए राखी बंधवाने का शुभ मुहूर्त्त प्रात:काल 8 बजकर 45 मिनट से लेकर अपराह्न के 3 बजकर 10 मिनट तक है। वैसे तो राखी पूरे दिन कभी भी राखी बंधवाया जा सकता है, लेकिन शुभ मुहूर्त में राखी बांधने से मनोवांछित फल मिलते हैं। आचार्य ने कहा कि बहनें स्वच्छ मन से मंत्रोच्चार के साथ भाइयों को शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधे।