आदेश की प्रतियां जलाकर कर्मचारियों ने जताया विरोध
सुपौल। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ बिहार सरकार द्वारा अनिवार्य सेवानिवृत्ति से सं
सुपौल। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ बिहार सरकार द्वारा अनिवार्य सेवानिवृत्ति से संबंधित निर्गत आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बुधवार को समाहरणालय के मुख्यद्वार पर आदेश की प्रतियां जलाते हुए वक्ताओं ने इसे तुगलकी आदेश बताया।
कहा गया कि सरकार द्वारा जो यह काला कानून बनाया गया है यह सबों के लिए होना चाहिए ना सिर्फ कर्मचारियों के लिए। अगर सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी की सेवा 21 वर्ष या उम्र 50 वर्ष को आधार मानकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाती है यह सबके साथ होना चाहिए। एक तरफ सरकार के द्वारा 60 वर्ष सेवा पूरी करने के उपरांत संविदा पर सेवा ली जाती है दूसरी तरफ इस तुगलकी फरमान के माध्यम से अनिवार्य सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जा रही है। इसे वापस लेने के लिए बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर आदेश की प्रतियां जलाई गई। इस मौके पर बिहार राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंद्रकांत लाल कर्ण, जिला मंत्री सूर्यनारायण राम, अरविद कुमार, परशुराम मांझी, मनोज कुमार, अशोक कुमार, धीरेंद्र कुमार, विनोद कुमार, देवेंद्र कुमार सिंह, सन्नी कुमार, बबलू कुमार, कुमार अभिनव, दीनानाथ प्रसाद, इंदु कुमारी, पंचानंद पासवान, राकेश कुमार, मणिभूषण आर्य, ओम प्रकाश कुमार, सुभाष कुमार वर्मा, कमल कुमार, प्रदीप कुमार, मो. रहमत, मनोहर कुमार, राधेश्याम कुमार आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।