बिहार को बदहाली से बचाने के लिए कांग्रेस को करें मजबूत : पप्पू
संवाद सूत्र छातापुर(सुपौल) देश की स्वतंत्रता और अखंडता को बचाए रखने के लिए कांग्रेस पार्टी
संवाद सूत्र, छातापुर(सुपौल): देश की स्वतंत्रता और अखंडता को बचाए रखने के लिए कांग्रेस पार्टी ने जिस तरह राष्ट्र को स्वतंत्र रूप से लड़ने की हिम्मत दिखाई है उसी तरह से बिहार को बचाने के लिए उसे नए स्वरूप और बेहतर मजबूती के साथ स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरने की आवश्यकता है। आवश्यकता पड़ने पर पप्पू यादव भी उनके साथ खड़े हैं। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने कही। वे शुक्रवार को छातापुर के रामपुर स्थित पनोरमा पब्लिक स्कूल के प्रांगण में स्थानीय पत्रकारों से मुखातिब थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के साथ आने का खुला संकेत देते हुए बिहार की बदहाली के लिए चालीस साल की पूर्ववर्ती सरकारों को घेरा। उन्होंने बताया कि कुछ लोग कांग्रेस को अलग-थलग कर सरकार बनाने का ख्वाब देख रहे हैं। यह ख्याली पुलाव पकने वाला नहीं है। कांग्रेस एक मजबूत राष्ट्रीय पार्टी है। बिहार को इस बदहाली से बचाने के लिये कांग्रेस को मजबूती के साथ स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरना होगा। बताया कि सोनिया गांधी ने एक परिवार को बचाने का काम किया था और आज भी कर रही हैं परंतु गठबंधन के लोग ही उसका गला घोंटने में लगे हैं। विपक्ष के लोगों ने ही आज उनके और उनकी पत्नी को चुनाव में हराने का काम किया है। रंजीत रंजन जो कि कांग्रेस के टिकट पर सुपौल से सांसद थी। विपक्ष के लोगों ने उन्हें भी टिकट न मिले इसकी भरपूर साजिश रची। उनका भी जबरदस्त विरोध इन लोगों ने किया। बताया कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की बदहाली, बाढ़ की विभीषिका और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत समस्याओं के लिए वे हमेशा लड़ते रहे हैं और उनकी आवाज कभी बंद नहीं होने वाली। उन्हें मारने का प्रयास किया गया परंतु ट्विटर पर उनकी लड़ाई जारी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की व्यक्तिगत तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार अच्छे व्यक्ति हैं परंतु उनकी सरकार में शामिल लोग नहीं। उन्होंने निकटवर्ती भविष्य में कांग्रेस के साथ आने का भी संकेत दिया। इस मौके पर उधमपुर ग्राम कचहरी के नवनिर्वाचित सरपंच शशि कुमार यादव ने पप्पू यादव के समक्ष पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष नंदकुमार चौधरी, जिला उपाध्यक्ष सुभाष यादव, पंकज कुमार यादव, चंदन यादव, मु मिन्नतुल्लाह खान, राजु खान, जफरूल हौदा, राजा सिंह बब्बु, संजीव भारती, जनीफ खान, दीपक दिलवर, खलिकुल्लाह अंसारी, लालमोहन मेहता, मु. अजीजुल्लाह, मु सदरे आलम के अलावे मधेपुरा के शैलेंद्र कुमार सहित कई नेता व स्थानीय कार्यकर्ता मौजूद थे।