बरतें सावधानी, नहीं तो हो सकती परेशानी
संवाद सूत्र, किशनपुर(सुपौल): मौसम में बदलाव के साथ ही दिन-प्रतिदिन बढ़ते ठंड का असर अब आम ल
संवाद सूत्र, किशनपुर(सुपौल): मौसम में बदलाव के साथ ही दिन-प्रतिदिन बढ़ते ठंड का असर अब आम लोगों पर पड़ने लगा है। ऐसे में सुबह एवं शाम तेज ठंड के बीच वायरस और बैक्टीरिया जनित रोग का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। मौसम में बदलाव के साथ ही बच्चे से लेकर जवान और बूढे़ तक सर्दी जुकाम से पीड़ित हो रहे हैं। लेकिन यह मौसम बैक्टीरिया और वायरस जनित रोगों के लिए अनुकूल होता है। ऐसे में जुकाम को नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए भारी भी पड़ सकता है। खासकर बच्चे निमोनिया के शिकार हो सकते हैं और दम्मा पीड़ितों की तकलीफ बढ़ सकती है। ---------------------
सुनिये प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की राय
फोटो फाइल नंबर-16एसयूपी-9
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार का कहना है कि मौसम में बदलाव और बढ़ी ठंड के समय वातावरण में प्रदूषण कुछ अधिक होता है। इस मौसम में लोगों के द्वारा पुआल भी जलाया जाता है, जिससे अस्थमा के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। सांस के रोगियों की तकलीफ बढ़ा दी है। बीमारी के वायरस सांस के माध्यम से शरीर में पहुंच जाते है। सांस की नलियां सिकुड़ जाती है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में बच्चों में ब्रोंकियोलाइटिस और बड़ों में ब्रोंकाइटिस होती है, जिससे बच्चों में उल्टी दस्त की शिकायत बढ जाती है। ऐसा होने पर तुरंत घर पर ही बच्चों को ओआरएस के घोल से उपचार करते हुए तुरंत हॉस्पिटल में दिखाना चाहिये। जिससे कोल्ड डायरिया से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इन दिनों छोटे बच्चों पर खास ध्यान देना जरुरी है। उन्हें ठंडी हवा में न लेकर निकलें घरेलू उपचार ज्यादा न करें तो ही अच्छा है। जुकाम होने पर जल्द इलाज कराएं इलाज में देरी से बच्चे को ब्रोंकियोलाइटिस होने का खतरा रहता है।
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क्या है बचाव के उपाय
-ठंडा पानी, कोल्ड ¨ड्रक बिल्कुल बंद कर दें
-गरम पेय पदार्थो का सेवन करें
-सुबह ठंड में बाहर निकलने से बचें धूप निकलने तक इंतजार करें
-तली, भुनी चीजों का इस्तेमाल न करें मीठी चीजों का सेवन तकलीफ बढ़ा सकता है
-इलाज नहीं होने पर बच्चों को निमोनिया हो सकता है
-बच्चों को ठंडी चीजें नहीं खाने दें ठंडी हवा में घुमाने न ले जाएं