मोबाइल एप से उपस्थिति दर्ज नहीं कराने पर सेविका का रूकेगा मानदेय
शांति व्यवस्था को भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही लाइसेंस लेना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि पूजा कमेटी अपने 10 स्वयंसेवक की सूची के साथ थाना आएंगे। डीजे संचालक के साथ भी बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। समिति सदस्यों ने प्रशासन को अपने स्तर से सहयोग करने का भरोसा दिलाया। साथ ही शांतिपूर्ण ढंग से पूजा करने व प्रतिमा विसर्जन करने का भरोसा दिया।
सुपौल। मोबाइल एप के द्वारा केंद्र पर उपस्थित बच्चों की उपस्थिति नहीं भेजने वाली सेविका का मानदेय शीघ्र बंद होगा। सेविका अपनी उपस्थिति भी मोबाइल से ही दर्ज कराएगी। उक्त जानकारी मंगलवार को सरायगढ़- भपटियाही प्रखंड मुख्यालय परिसर में आयोजित सेविकाओं की मासिक बैठक में पर्यवेक्षिका रंजू कुमारी तथा रेखा कुमारी आर्या ने दी। पर्यवेक्षिका ने कहा कि बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का भवन बनाने की दिशा में प्रयास तेज कर दिया गया है। कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्र में जहां कहीं भी सरकारी जमीन उपलब्ध होगी वैसी जगहों पर भवन बनाए जाएंगे। पर्यवेक्षिका ने उपस्थित सेविकाओं से कहा कि वह सभी शीघ्र इस तरह के जमीन की लिखित जानकारी कार्यालय को दें। बैठक के दौरान उपस्थित सेविकाओं ने वर्ष 2016 का मानदेय अब तक नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए इस दिशा में तत्काल कार्रवाई का अनुरोध पर्यवेक्षिका से किया। सेविकाओं का कहना था कि वह सभी लगातार रूप से कार्य कर रही है और वर्ष 2016 में उन लोगों का मानदेय प्राप्त नहीं हुआ। जबकि इसको लेकर उन लोगों के द्वारा बार-बार आवाज उठाई जाती रही है। सेविकाओं के सवाल पर पर्यवेक्षिका रंजू कुमारी ने कहा कि इस बारे में कार्यालय से सही जानकारी लेकर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के पास रखा जाएगा। बैठक में सेविकाओं को समय से केंद्र संचालन करने, ड्रेस कोड का पालन करने, निर्धारित समय तक बच्चों की उपस्थिति भेजने, पंजी का संधारण समय से करने सहित अन्य निर्देश दिए गए। बैठक में साफ निर्देश दिया गया कि विभागीय स्तर से जारी निर्देश का पालन नहीं करने वाली सेविकाओं के खिलाफ कार्यवाही होगी।