बहिष्कृत परीक्षा तिथि घोषित नहीं किए जाने के विरोध में छात्र-छात्राओं ने दिया धरना
बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में उपलब्धियों के आधार पर माह जनवरी 2020 के लिए जिलों की रैंकिग निर्धारित की गई है। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी ने बुधवार को बिहार के 3
सुपौल। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना के अंतर्गत सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्रों ने बहिष्कृत परीक्षा तिथि अभी तक घोषित नहीं करने के विरोध में शुक्रवार को महाविद्यालय परिसर में एकदिवसीय धरना दिया। विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक छात्रों को कोई भी ठोस आश्वासन नहीं मिलने के कारण छात्र आंदोलन पर उतारू हो गए हैं। कॉलेज के छात्र आनंद ने कहा कि विश्वविद्यालय के तानाशाही रवैये की वजह से हमलोगों की पढ़ाई बाधित हो रही है। विश्वविद्यालय पुन: परीक्षा तिथि घोषित नहीं कर सभी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। साथ ही तकनीकी छात्र संगठन के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सन्नी कुमार के निर्देशानुसार हमलोगों की मांगे नहीं मानी जाती है तो 10 फरवरी को एकेयू पटना में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह कर अपनी बात को विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष रखेंगे।
संगठन के बिहार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मु. गुलफरा•ा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की वजह से आज सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्र सहित 3 हजार छात्रों का भविष्य दांव पर है और विश्वविद्यालय प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस तरह के रवैया को संगठन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। जब तक विश्वविद्यालय छात्रों की परीक्षा नहीं लेता है तब तक संगठन आंदोलन जारी रखेगा। धरना में रिषा, सुरभि, नीतू, खुशबु, पूनम, हर्षा, प्रियंका, अनुराधा, श्रेया, रेशु, काजल, तृप्ति, पूजा, राहुल, मनिशुभाष, रितेश, चंदन, मोहित, मंजेश, रविकांत, सत्यजीत, ऋतिक, संजय, राहुल, आदित्य, सन्नी, सुमन, शिवम, अमरजीत, संजू, गोविन्द, विशाल, प्रभात सहित छात्र- छात्रा मौजूद रहे।