कन्हैया के काफिले पर हमले की राजद विधायक ने की निदा
प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालय तक के शिक्षक कर्मियों का सीएफएमएस के तहत माह सितंबर 2019 के वेतन का भुगतान नहीं होने के मामले में संबंधित अधिकारी कर्मियों पर निलंबन का खतरा मंडराने लगा है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह ने सुपौल समेत अन्य 1
सुपौल। पिपरा विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष यदुवंश कुमार यादव ने बुधवार की संध्या जन-मन कार्यक्रम के तहत किशनपुर के कार्यक्रम के समापन के बाद सहरसा जाने के क्रम में सुपौल में जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले पर हुए हमले की निदा की है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बीते दिनों हो रही घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि इस देश में लोकतंत्र का खात्मा हो गया है। जहां मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, भारत सरकार के अन्य मंत्री जन आंदोलन को दबाने के लिए गोली चलाने जैसे भड़काऊ भाषण देते हैं और उसके बाद निहत्थे सत्याग्रही के ऊपर गोली चलाई जाती है। सुपौल में हुई घटना में कन्हैया कुमार व सहयोगी के साथ हुई दुर्घटना उसी कड़ी का प्रतीक है। भारतीय जनता पार्टी, आरएसएस या उनके सहयोगी सत्ताधारी दल की ये नियोजित साजिश है। साजिश के तहत जन आंदोलन का दिशा बदलने की मंशा की पूर्ति नहीं होगी। चाहे सरकार या सरकार के लोग भड़काऊ भाषण दें। उनके कार्यकर्ता लाठी, बन्दूकें चलाने का काम करें। यह देश गांधी का देश है और गांधीवादी तरीके से सरकार के गलत नीतियों का विरोध जारी रहेगा और ऐसे बर्बरतापूर्ण काम करने वालों के ऊपर आंदोलनकारी हाथ नहीं उठेगा। उन्होंने कहा कि आज यह समय आ गया है कि सरकार के खिलाफ अगर जब कोई बोले तो उनको देशद्रोही घोषित कर दिया जाता है या फिर उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिया जाता है उससे भी मन नहीं भरता है तो उनके उपर हमला किया जाता है। उन्होंने हमले की भर्त्सना की।