योजनाओं की जांच को पहुंची अधिकारियों की टीम, खुद डीएम कर रहे थे मॉनिटरिग
को शादी का झांसा देकर कई महीनों तक यौन शोषण करने युवती के गर्भवती होने के पश्चात युवक के मां द्वारा शादी करवा देने का प्रलोभन देकर उक्त युवती का गर्भपात कराने के बाद शादी से इंकार किए जाने छातापुर थाना में प्राथमिकी कांड संख्या 97/19 दर्ज होने के बावजूद
सुपौल। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार 9 सदस्यीय पदाधिकारियों की टीम गठित कर गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र के कुल तीन पंचायतों में चल रहे सात निश्चय योजना के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, जनवितरण प्रणाली तथा प्राथमिक, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की सघन जांच की गई। बिना सूचना के पहुंचे डीएम व अन्य पदाधिकारियों को देख प्रखंड व अंचल, मनरेगा कार्यालय में कार्यरत कर्मियों में हड़कंप मच गया। लेकिन इस दौरान सभी जांच स्थल पर पदाधिकारी व कर्मी सक्रिय दिखे। जांच की मॉनिटरिग स्वयं डीएम महेंद्र कुमार कर रहे थे। जिलाधिकारी ने अंचल कार्यालय के अलावा अन्य कार्यालय का भी निरीक्षण किया। प्रखंड कार्यालय में कार्यरत कर्मियों को बुलाकर बारी-बारी से कार्य के बारे में पूछताछ की। उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार सिंहा प्रखंड कार्यालय और एडीएम अखिलेश कुमार झा अंचल कार्यालय के अभिलेख व पंजी का निरीक्षण करते दिखे। उसके बाद बेलही पंचायत में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एसडीओ नीरज नारायण पांडे ने पूर्ण व अपूर्ण योजना का स्थल पर बारीकी से जांच की। वहीं सरोजाबेला पंचायत में प्रतिनियुक्त जिला परिवहन पदाधिकारी रजनीश लाल और परिकोच पंचायत में प्रतिनियुक्त वरीय उप समाहर्ता प्रदीप कुमार जायसवाल, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी राखी कुमारी ने सरोजाबेला पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। सिविल सर्जन कृष्ण मोहन प्रसाद ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजाबेला व बसखोरा का निरीक्षण किया। वहीं सुरेश प्रसाद जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने भी सरोजाबेला व परिकोच में जनवितरण प्रणाली दुकान का निरीक्षण किया। अपर समासहर्ता ने बताया कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी अपने-अपने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को विहित प्रपत्र में उसी दिन अधोहतक्षरी को गोपनीय शाखा में ईमेल या विशेष दूत के माध्यम से उपलब्ध कराएंगे।