सख्त कानून का भी खौफ नहीं शराब धंधेबाजों को
सुपौल। बिहार में पूर्ण शराबबंदी 5 अप्रैल, 2016 से लागू है। वहीं पूर्ण शराबबंदी को सफल बनान
सुपौल। बिहार में पूर्ण शराबबंदी 5 अप्रैल, 2016 से लागू है। वहीं पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने कड़े कानून भी बनाए। सूबे के मुखिया नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान को लेकर काफी उत्साहित भी हैं। बिहार सरकार ने शराबबंदी को एक अभियान के रूप में चला रखा है। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए विधानसभा से कठोर कानून भी बनाए गए, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। शराब की तस्करी बंद होने के बजाए बढ़ती ही जा रही है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ये हकीकत सामने आ रही है नेपाल की सीमा से सटे वीरपुर अनुमंडल के थानाक्षेत्रों में आये दिन पकड़ा रही नेपाली शराब के आंकड़ों से। वैसे तस्करों की मंशा सफल करने में खुला सीमाक्षेत्र एवं कोशी नदी भी सहायक है। कोशी नदी के रास्ते नाव से नेपाल प्रभाग से बड़ी मात्रा में शराब लाई जाती है।
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कड़े कानून का भी खौफ नहीं
शायद शराबबंदी को लेकर बनाए गए कठोर कानून से लोगों में भय पैदा होने के बजाए उनका डर खत्म ही होता जा रहा है। तभी तो आये-दिन सीमावर्ती क्षेत्र के किसी न किसी थानाक्षेत्र में नेपाली देशी एवं अंग्रेजी शराब पकड़ी जा रही है। इतना ही नहीं कई बार नेपाली शराब की बड़ी खेप भी पकड़ी गई है। शराब की तस्करी में पकड़े जा रहे आरोपियों को जमानत भी मिलता जा रहा है।
वैसे सूत्रों की माने तो क्षेत्र में कई जगहों पर महिलाएं भी इस धंधा में सक्रिय रूप से शामिल हैं।