सामाजिक उत्थान के सजग प्रहरी थे रामनारायण
प्रखंड मुख्यालय स्थित महेशलाल मेमोरियल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में रविवार को रामनारायण मंडल की याद में स्मृति सभा का आयोजन किया गया। पूर्व प्राचार्य सोनेलाल कामत की अध्यक्षता व विनोद कुमार के संचालन में आयोजित स्मृति सभा में सुपौल किशनगंज कटिहार पूर्णिया मधुबनी मधेपुरा अररिया जिले से हजारों की संख्या में केवट जाति के लोगों ने पहुंच कर रामनारायण मंडल के तैल चित्र पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि गरीबों और पिछड़ों के लिए हमेशा आवाज बुलंद करने वाले रामनारायण बाबू अपनी कृति के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।
संवाद सूत्र, पिपरा(सुपौल): प्रखंड मुख्यालय स्थित महेशलाल मेमोरियल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में रविवार को रामनारायण मंडल की याद में स्मृति सभा का आयोजन किया गया। पूर्व प्राचार्य सोनेलाल कामत की अध्यक्षता व विनोद कुमार के संचालन में आयोजित स्मृति सभा में सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी, मधेपुरा, अररिया जिले से हजारों की संख्या में केवट जाति के लोगों ने पहुंच कर रामनारायण मंडल के तैल चित्र पर फूल अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि गरीबों और पिछड़ों के लिए हमेशा आवाज बुलंद करने वाले रामनारायण बाबू अपनी कृति के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। वहीं, पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार ने कहा कि रामनारायण बाबू सरकारी पदों पर रहते हुए भी अपने समाज के उत्थान के लिए जो कार्य किया वह सराहनीय रहा। सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, राजनीतिक रूप से पिछड़े अतिपिछड़े समाज को मुख्य धारा में लाने, अन्याय, अत्याचार, शोषण, उत्पीड़न के विरूद्ध लड़ने के उनमें हिम्मत करने तथा उनका हौसला बढ़ाने के लिए जीवन भर प्रयासरत रहने वाले अति पिछड़ा समाज के महान व्यक्ति, समाजवाद के सजग प्रहरी थे। जो समाज अपने पूर्वजों को याद नहीं करता वह समाज कभी आगे नहीं बढ़ सकता है। हजारों की संख्या में उपस्थित केवट समाज के लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि सभा का समापन किया। धन्यवाद ज्ञापन निर्मल कुमार उर्फ पिन्टू मंडल ने किया। मौके पर सत्येन्द्र प्रसाद, जिला कोषागार पदाधिकारी किशोर कुमार, कुमार गौरव, प्रशांत कुमार मंडल, रामचन्द्र मंडल, श्रीवास्तव हिमांशु, रामप्रसाद मंडल, उपेन्द्र मंडल, कृष्णदेव मंडल, सूर्यनारायण कामत, मदन मंडल, अजय कुमार आजाद, विजय कुमार चौधरी, घनश्याम मंडल, सत्यदेव मंडल, श्रवण कुमार व्यास, नागेन्द्र प्रसाद वर्मा आदि मौजूद थे।