मुख्यमंत्री के सभा स्थल पर चाक-चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था
की चिर परिचित उम्मीद यानि अस्पतालों में चिकित्सक व कर्मियों की घोर कमी की पूर्ति दूर-दूर तक होते नहीं दिखाई पड़ रही है
संवाद सूत्र, पिपरा (सुपौल): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रविवार को सखुआ गांव में आगमन को लेकर पुलिस-प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। भारी संख्या में पुलिस बल व पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई थी। पुलिस कप्तान मनोज कुमार चौधरी स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख में जुटे थे। सभा स्थल के सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंध थी। सभा स्थल पर मंच के प्रवेश द्वार पर मुख्यमंत्री सुरक्षा दस्ता के अधिकारी खुद सुरक्षाबलों के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए थे। मंच के पीछे काफी संख्या में पुलिसबल के साथ तैनात थे। बिना इजाजत किसी को प्रवेश द्वार से अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था। सभा स्थल पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। सभा स्थल के चारों ओर बैरिकेटिग की गई थी। किसी को भी सुरक्षा जांच से होकर ही सभा स्थल तक पहुंचना था। मेटल डिटेक्टर की जांच से होकर लोगों को गुजरना पड़ रहा था। महिलाओं की जांच के लिए अलग से महिला पुलिस को लगाया गया था। पंडाल के अंदर भी सुरक्षा बाड़ लगाए गए थे। साथ ही चप्पे-चप्पे में महिला व पुरुष सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। पुलिस पदाधिकरी स्वयं बैरिकेट के आसपास घूम-घूमकर निगरानी में जुटे थे। मंच के सामने डी एरिया को काफी सु²ढ़ बनाया गया था। उसके अंदर किसी को भी जाने की अनुमति नहीं थी। रास्ते में जगह-जगह बैरियर लगाकर पुलिस के जवान तैनात थे। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुबह से ही विभिन्न जगहों पर विशेष चेकिग अभियान चलाकर वाहनों की जांच की जा रही थी। पूरे इलाके में पुलिसबल की तैनाती की गई थी। पुलिसकर्मी सुबह से ही सभा स्थल से लेकर बा•ार की सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने में लगे थे।