कोसी बराज पर मना नववर्ष का जश्न, किया नौका विहार
कुछ तो कोसी का कोप और कुछ नीति नियंताओं के कारण जिले की आधी से अधिक आबादी गरीब है। मतलब सरकार ने जो गरीबी को मापने के लिए रेखा खींची है उससे नीचे जीवन बसर करती है यहां की साढ़े बारह लाख की आबादी। नतीजा है कि रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उद्योग-धंधे के नाम पर यहां ऐसा कुछ नहीं नहीं है जो परदेस जाते कदमों को थाम सके।
संवाद सूत्र, भीमनगर(सुपौल): नव वर्ष के पहले दिन कोसी बराज पर भारतीय क्षेत्र से लोगों का हुजूम पिकनिक मनाने पहुंचा। भारत-नेपाल सीमा स्थित कोसी बराज खासकर युवाओं की पहली पसंद है। इस बार नया साल मनाने को लेकर कोसी बराज पर सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, बेगूसराय, अररिया, पूर्णिया के आसपास इलाकों से लोग अपने परिवार व बच्चों के साथ पिकनिक मनाने पहुंचे। लोगों ने कोसी बराज के कोसी नदी के बालू पर नया साल का जश्न मनाया। नया साल मनाने को लेकर पहुंचे लोगों ने कोसी नदी में नौका विहार भी किया और अपने बच्चों के साथ नौका विहार पर सेल्फी भी खींचते नजर आए। कोसी बराज पर नेपाल प्रशासन द्वारा जवानों को लगाया गया था जिसमें महिला जवान, ट्राफिक के लिए और प्रहरी को सुरक्षा के ²ष्टिकोण से लगाया गया था। भारतीय प्रभाग से आने वाले चार पहिया वाहन और दोपहिया वाहनों की सुबह से ही नेपाल की ओर जाने की लाइन लगी रही। आने-जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी लेकर उन्हें आने-जाने दिया जा रहा था। वीरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा अनुमंडल क्षेत्र के भीमनगर, वीरपुर, रतनपुरा, करजाईन सभी थाना क्षेत्र में पुलिस बल को सड़क पर तैनात किया गया था। कोसी बराज पर पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पहाड़ी क्षेत्र में जाने वाले चार पहिया वाहनों की संख्या 1000 से अधिक बताई गई वहीं कोसी बराज पर भारतीय चार पहिया वाहनों की संख्या पांच हजार बताई गई।