एसएसबी ने जब्त की 900 बोतल नेपाली शराब, कारोबारी फरार
कुछ तो कोसी का कोप और कुछ नीति नियंताओं के कारण जिले की आधी से अधिक आबादी गरीब है। मतलब सरकार ने जो गरीबी को मापने के लिए रेखा खींची है उससे नीचे जीवन बसर करती है यहां की साढ़े बारह लाख की आबादी। नतीजा है कि रोजगार की तलाश में मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उद्योग-धंधे के नाम पर यहां ऐसा कुछ नहीं नहीं है जो परदेस जाते कदमों को थाम सके।
संवाद सहयोगी, वीरपुर(सुपौल): 45 वीं बटालियन एसएसबी की सीमा चौकी नरपतपट्टी द्वारा 900 बोतल नेपाली शराब दिलवाले ब्रांड को जब्त किया। कमांडेंट 45 वीं बटालियन एचके गुप्ता ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि सीमा स्तम्भ संख्या 219/31 के समीप शराब नेपाल प्रभाग से भारत में आने वाली है। कार्यवाही को अंजाम देते हुए असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद के साथ कांस्टेबल मंजु एसएम, ऋषिकेश, मंजीत पतगिरि, एस विष्णुदेव राव तथा मुन्ना राम नाका के लिए रवाना हुए। वहां जाते ही देखा कि दो व्यक्ति कुछ कर रहे हैं और नाका पार्टी आगे बढ़ी। अपनी ओर नाका पार्टी को आते देख दोनों व्यक्ति मोटरसाइकिल को लेकर शराब की बोरियों को छोड़ते हुए भाग गए। जिसे नाका पार्टी द्वारा 900 बोतल शराब को जब्त कर लिया गया। उचित कागजी कार्यवाही के बाद जब्त की गई नेपाली शराब उत्पाद विभाग सुपौल को सुपुर्द कर दिया गया।