22 हजार नकद समेत लूटी मोबाइल
नौकरी मामले में आज देश मंदी के दौर से गुजर रहा है। निजी सेक्टरों में काम कर रहे करीब नब्बे लाख लोगों की नौकरी चली गई है। बिहार में विकास की स्थिति निराशाजनक बनी हुई है। नीतीश सरकार दबाव में काम करने को मजबूर है। सरकार की स्थिति ऐसी है कि वे चाहकर भी बलात्कार हत्या डकैती जैसे जघन्य अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रही है। उक्त बातें कांग्रेस नेत्री सह पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही।
संवाद सूत्र, जदिया(सुपौल): शुक्रवार की रात परसागढ़ी उत्तर पंचायत के हरिनाहा वार्ड नंबर 14 निवासी रमेश मेहता से अपराधियों के द्वारा 22 हजार नकद के साथ एक मोबाइल लूट लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। घटना के संबंध में जदिया पुलिस को दिए आवेदन के अनुसार रमेश का कहना है कि वह रानीगंज से अपने ड्राइवर के साथ ट्रैक्टर से धान बेचकर वापस घर लौट रहा था। इसी क्रम में गोविदपुर हाट से पश्चिम एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति द्वारा उनका पीछा किया गया। जैसे ही वे लोग जेबीसी से नीचे उतरा दोनों ने हथियार लहराते हुए उनलोगों पर हमला बोल दिया। अपराधी को देखते हुए उनका ट्रैक्टर चालक जान बचाकर वहां से भाग निकला, जबकि अकेला पाकर अपराधी ने उनके साथ मारपीट करते हुए उनके पास से 22 हजार रुपया व मोबाइल भी छीन लिया। इधर घटना की जानकारी मिलते ही जदिया पुलिस के द्वारा छापेमारी शुरू कर दी है।