शोक सभा आयोजित कर शिक्षकों ने शाही को दी श्रद्धांजलि
निरंतर हो रहे विकास और आमलोगों को सरकार की योजनाओं से सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में सरकारी तंत्र कितना संजीदा है इसका एक ज्वलंत उदाहरण है सुपौल नगर परिषद अंतर्गत बस स्टैंड पर नागरिक सुविधा के लिए करोड़ों की लागत से बना भवन। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्कालीन नगर विकास एवं आवास विभाग मंत्री महेश्वर हजारी की गरिमामयी उपस्थिति में नगर विकास एवं आवास विभाग के बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड पटना द्वारा चार करोड़ रुपये की लागत से बने भवन को 24 दिसंबर 2016 को उद्घाटन करते हुए आम जनता को समर्पित किया। लेकिन हैरत की बात ये है कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी भवन नगर परिषद सुपौल को हेंड ओवर नहीं किया गया है।
जागरण संवाददाता, सुपौल: बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव महेंद्र प्रसाद शाही के निधन पर सोमवार को जिला संघ भवन में संघ के कार्यकारी अध्यक्ष हाजी मु. अब्दुल गफ्फार की अध्यक्षता में एक शोक सभा आयोजित की गई। शोक सभा के माध्यम से जिला के शिक्षकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। जिला संघ के उप प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि शाही सही मायने में शिक्षकों के हितैषी थे। उनके मान-सम्मान के लिए एवं शिक्षक की मांगों को लेकर हमेशा प्रयत्नशील रहे। 19 अक्टूबर 2019 को राज्य स्तरीय अपनी अंतिम बैठक में उन्होंने कहा था कि नियोजित शिक्षकों के समान काम-समान वेतन को नीति बनाकर अंतिम लड़ाई लड़ी जाएगी। उनके इस सपने को जिला प्राथमिक शिक्षक संघ सुपौल सच साबित करने के लिए वचनबद्ध है। शोक सभा को राजेश कुमार महतो, अमरेंद्र तिवारी, पवन कुमार, महंथी चौधरी, मंटुन मंडल, इंद्र भूषण कुमार, अनिल कुमार, दिलीप कुमार सिंह, विभाष चंद्र सिंह, बलराम कामत, देव शंकर, दिलीप पंजियार, दिवाकर सिंह, राकेश भारती, चंद्र भूषण मिश्र, विवेकानंद विवेक आदि ने भी संबोधित किया। अंत में 2 मिनट का मौन रखकर शाही की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।