उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न हुआ लोक आस्था का महापर्व
रविवार की अल सुबह जिला मुख्यालय स्थित वार्ड नं.-9 विद्यापुरी में चोरों ने एक घर को निशाना बनाते हुए लगभग दस लाख के जेवरात व नगदी उठा ले गया। घटना उक्त वार्ड निवासी रोशन झा के घर में घटी जो मूल रूप से किसनपुर थाना के मलाढ़ गांव का रहने वाला है और टाटा मोटर्स में कार्यरत है। जिस घर में चोरी की घटना घटी है वह सदर थाना क्षेत्र के बैरिया निवासी मोहन साह का घर है जिसमें रोशन झा अपने परिवार के साथ किराए में रहता है।
जागरण संवाददाता, सुपौल: कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी से सप्तमी तक मनाया जाने वाला सूर्य उपासना का महापर्व छठ रविवार को उदीयमान सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया। आस्था व निष्ठा के साथ महापर्व को मनाने को लेकर छठ व्रतियों द्वारा कोई कोर-कसर नहीं रखा गया। मुख्यालय स्थित गांधी मैदान, एसपी आवास परिसर, किसान भवन, चकला निर्मली, सुपौल हाई स्कूल सुपौल, अखारा पोखर, निरीक्षण भवन पोखर, कोसी कॉलोनी पोखर, ब्लॉक पोखर, भूतही पोखर, गजना धार सहित जिले के विभिन्न पोखरों, तालाबों व नहरों के किनारे आस्था के साथ छठ पर्व मनाया गया। मुख्यालय स्थित विभिन्न पोखरों के घाटों को स्थानीय लोगों द्वारा सजाया गया था। शनिवार को अराधना गीत के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। वहीं रविवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर महापर्व को संपन्न किया गया। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर संपूर्ण माहौल भक्तिमय और आस्था से परिपूर्ण रहा। जगह-जगह छठ घाटों पर मैया जागरण और विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया था। छठ घाट जाने के क्रम में व्रतियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसको लेकर शहर की मुख्य सड़कों को कुछ घंटे के लिए वनवे किया गया था। लोक आस्था के इस महापर्व के मौके पर नगरपरिषद सुपौल की भी सराहनीय भूमिका दिखी। विभिन्न छठ घाटों की साफ-सफाई में नगरपरिषद ने भूमिका निभाई। इतना ही नहीं पर्यावरण को लेकर भी नगरपरिषद द्वारा विभिन्न छठ घाटों पर होर्डिंग लगाया गया था। होर्डिंग पर शहरवासियों से पर्यावरण को स्वच्छ रखने, छठ घाटों पर आतिशबाजी नहीं करने एवं सिगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील की गई थी। महापर्व छठ को लेकर प्रशासन की चौकसी भी सजग रूप से दिखी। पर्व को लेकर दंडाधिकारी सहित पुलिस की चौकसी व गश्ती विभिन्न घाटों पर देखी गई। विभिन्न घाटों पर एनडीआरएफ के जवान एवं गोताखोर भी नजर आए। जिन घाटों पर एनडीआरएफ के जवान या गोताखोर नहीं थे वहां पानी में लाल फीता लगा कर फीता से आगे जाने की मनाही की गई थी। कुल मिला कर लोक आस्था का महापर्व संपूर्ण जिले में आस्था और भक्तिपूर्ण माहौल में मनाया गया और लोगों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर सुख-समृद्धि की कामना की।