दरभंगा के लिए परिभ्रमण दल को किया रवाना
मिथिलांचल की धरती रीति-रिवाजों व परंपराओं से भरी पड़ी है। यहां मवेशियों के बीच प्रतियोगिता की परंपरा है। यह काफी पुरानी परंपरा है जिसका आयोजन साल में एक बार किया जाता है। हालांकि यह प्रतियोगिता एक तरह से अमानवीय है। प्रतियोगिता के रूप में चली आ रही यह परंपरा के पीछे का रहस्य क्या है सही-सही कोई नहीं जानता। वैसे समय के बढ़ते चक्र के साथ यह परंपरा मलिन पड़ती जा रही है लेकिन अब भी कई जगह लोग इसे जिदा रखे हुए हैं।
करजाईन बाजार: मुख्यमंत्री बिहार दर्शन योजना के तहत राघोपुर प्रखंड के करजाईन पंचायत स्थित मध्य विद्यालय करजाईन के विद्यार्थियों के परिभ्रमण दल को मंगलवार की सुबह में विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष अमरनाथ साह एवं प्रधानाध्यापक सुधीर यादव एवं स्थानीय गणमान्य लोगों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। परिभ्रमण दल में शामिल विद्यार्थियों को दरभंगा स्थित दरभंगा महाराज म्यूजियम, काली मंदिर सहित अन्य दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। इस मौके पर प्रधानाध्यापक ने कहा कि परिभ्रमण से बच्चों को धार्मिक तथा ऐतिहासिक स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारियां मिलती है। इस तरह का परिभ्रमण समय-समय पर बच्चों के लिए होते रहना चाहिए। इससे बच्चों का बौद्धिक विकास होता है। साथ ही महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती है। बच्चों के परिभ्रमण दल के साथ विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिका मौजूद थे।