पौ फटते ही शुरू हो गया सरकार का इंतजार, गदगद दिखे लोग
की चिर परिचित उम्मीद यानि अस्पतालों में चिकित्सक व कर्मियों की घोर कमी की पूर्ति दूर-दूर तक होते नहीं दिखाई पड़ रही है
आनंद गुप्ता/पिपरा(सुपौल): रविवार की सुबह बेहद सर्द थी। लेकिन सुबह से ही यहां उत्सवी माहौल था। लोगों के चेहरों पर उल्लास के भाव थे। सरकार के आने की उमंग साफ झलक रही थी। मुख्यमंत्री के दीदार व विकास की सौगातों की गर्माहट के एहसास में लोगों की ठंड गायब हो गई थी। आखिर हो क्यों नहीं, सरकार के पांव जो यहां पड़ने वाले थे। साथ ही सरकार खुद अपनी आंखों से अपने सपनों को पूरा होते निहारने पहुंचे थे। लंबे अरसे बाद पिपरा की धरती पर पधारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन से लोग गदगद दिखे। सरकार की मेहमाननवाजी में कोई कसर नहीं हो, इसका भी पूरा ख्याल रखा गया। पूरा नगर होर्डिंग-बैनरों से पटा नजर आया। पौ फटते ही मुख्यमंत्री के इंतजार में पलकें बिछाए लोग इंतजार करते दिखे। वहीं पिपरा बाजार सहित सखुआ की गलियों से लेकर चौक-चौराहों तक सिर्फ मुख्यमंत्री की ही चर्चा हो रही थी। सीएम को देखने व सुनने के लिए सखुआ गांव स्थित सभा स्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही सभा स्थल में बने पंडाल खचाखच भरा नजर आया। मुख्यमंत्री के पहुंचते ही लोगों के हूजूम के सामने पंडाल छोटा पड़ गया। सीएम की एक झलक पाने के लिए सभा स्थल के आसपास के पेड़ों, दीवारों व घरों की छत पर भी लोग चढ़े थे। लोगों की भीड़ देखकर सूबे के मुखिया भी गदगद नजर आए। सामाजिक परिवर्तन की दिशा में जल-जीवन-हरियाली, शराबबंदी, सात निश्चय के साथ-साथ अब नशामुक्ति व दहे•ामुक्त समाज की बात जोर-शोर से उठाकर नीतीश कुमार ने सभा में पहुंची महिलाओं के चेहरे पर खुशियां बिखेर दी। अपने भाषण के दौरान शराबबंदी के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली, शराबबंदी, दहे•ाबंदी व बाल विवाह की बात छेड़ी तो लोग मुस्कुराते रह गए। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान लोगों की ़खुशी एवं तालियों की गड़गड़ाहट इस बात को दर्शा रही थी कि विकास पुरुष के कार्यों से वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। सभा स्थल से निकलने के बाद लोगों की जुबान पर अगर चर्चा थी तो सिर्फ नीतीश सरकार की।