आंबेडकर चौक को जाम कर रसोइया ने किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन
सुपौल। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा एमडीएम रसोइया की अनदेखी, उपेक्षा तथा वादाखिलाफी के खिला
सुपौल। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा एमडीएम रसोइया की अनदेखी, उपेक्षा तथा वादाखिलाफी के खिलाफ एमडीएम रसोइया संयुक्त संघर्ष समिति बिहार के आह्वान पर रसोइयों ने मंगलवार को आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया। स्थानीय आंबेडकर चौक पर रसोइया एकत्रित हुए और सड़क जाम कर अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी उपरांत रसोइया सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। उन लोगों का कहना था कि एमडीएम रसोइया के वाजिब एवं न्यायोचित मांगों की सरकार लगातार अनदेखी कर रही है। सरकारी स्तर से रसोइयों को उपेक्षित रखा जा रहा है और उनसे वादा करके भी सरकार अपने वादे से मुकर जा रही है। उन लोगों का कहना था कि वे लोग जब जब आंदोलन करते हैं तो आश्वासन देकर उनके आंदोलन को समाप्त करवा लिया जाता है पर कभी आश्वासन पर अमल नहीं किया जाता है। सदस्यों की मांग थी कि उनका पारिश्रमिक तत्काल बढ़ाकर न्यूनतम 18000 हजार रुपये प्रति किया जाना चाहिए। मध्याह्न भोजन योजना का नगरीकरण एवं एनजीओ निजी ठेकेदारों कंपनियों के हवाले करने की कार्रवाई पर रोक लगनी चाहिए। 10 महीने के पारिश्रमिक की बजाय 12 महीने का पारिश्रमिक प्रत्येक महीना के प्रथम सप्ताह में भुगतान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। रसोइयों के आंदोलन की सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी सुपौल कयूम अंसारी आंदोलन स्थल पर पहुंचे तथा रसोइयों से उनका ज्ञापन लेकर तथा आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करवाया। मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष शिव शंकर दास, कोषाध्यक्ष सदानंद राम सहित काफी संख्या में एमडीएम रसोइया मौजूद थे।