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गढि़या के ग्रामीणों ने लिया मृत्यु भोज नहीं करने का संकल्प

---------------------- संवाद सूत्र सरायगढ़ (सुपौल) प्रखंड मुख्यालय के गढि़या गांव के लोगों ने

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 12:13 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 12:13 AM (IST)
गढि़या के ग्रामीणों ने लिया मृत्यु भोज नहीं करने का संकल्प

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संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): प्रखंड मुख्यालय के गढि़या गांव के लोगों ने शनिवार की रात सामूहिक बैठक कर किसी के भी मौत पर मृत्यु भोज नहीं करने का फैसला लिया है। इस फैसले में गांव के बुजुर्ग, नौजवान तथा महिलाओं की सहमति रही है। पिछले कुछ महीनों से जगह-जगह मृत्यु भोज को लेकर उठ रहे सवाल का असर इस गांव में इस कदर दिखाई देने लगा है कि हर एक लोग मृत्यु भोज के खिलाफ हो चुके हैं।

गढि़या गांव के बद्री यादव के मां का निधन हो गया है। उसने अपनी मां के श्राद्ध कर्म के अवसर पर भोज देने हेतु गांव के लोगों को बुलाया था। बैठक में काफी संख्या में लोग मौजूद थे। उसी बीच में सियाराम यादव सहित कुछ अन्य युवाओं ने लोगों के सामने मृत्यु भोज न करने का प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव पर उपस्थित सभी लोगों द्वारा काफी गहन विचार किया गया। गांव के मुख्य लोग लक्ष्मण यादव, राजदेव यादव, कामता प्रसाद यादव, बैजू यादव, अरविद यादव, अच्छेलाल, बड़े लाल यादव, सियाराम, रविद्र यादव, शिव यादव, महेंद्र कुमार, मनोज, जगमोहन, सतीश, बौआ लाल, गुलशन, दीपक, अनिल कुमार, देवराम आदि ने एक स्वर से इस तरह के प्रस्ताव का समर्थन किया। लोगों ने बैठक में उदाहरण देते कहा कि कई लोग मृत्यु भोज में अपना जमीन-जेवरात बेच चुके हैं और उसका व्यापक असर उनके परिवार तथा बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर साफ दिखाई दे रहा है। गांव के अधिकतर युवाओं का कहना था कि हम मृत्यु भोज के नाम पर आर्थिक तंगी का शिकार होते जा रहे हैं ऐसा नहीं होना चाहिए। बैठक में उपस्थित युवाओं ने कहा कि एक फैसला हजारों लोगों को गरीब होने से बचा सकता है। इसलिए इस तरह के फैसले को लागू करने में कहीं से भी विलंब नहीं होना चाहिए। युवाओं ने बताया कि इससे पूर्व चांदपीपर सहित जिले के विभिन्न जगहों पर मृत्यु भोज का बहिष्कार को लेकर बैठक का आयोजन हो चुका है। जिले के समाजसेवी डॉ. अमन कुमार द्वारा मृत्यु भोज के खिलाफ जो अभियान चलाया जा रहा है वह सभी उसका स्वागत कर रहे हैं। बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जो लोग समाज के इस फैसले के खिलाफ जाएंगे उसे आर्थिक दंड का भागीदार भी होना पड़ सकता है।

बैठक के अंत में अच्छे लाल यादव, सियाराम यादव, रविद्र कुमार यादव आदि ने गांव के लोगों के इस महत्वपूर्ण फैसले को अन्य पंचायतों में भी पहुंचाने का संकल्प लिया। बैठक में काफी संख्या में गांव के लोग शरीक थे।


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